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परेशान पेरेंट्स का कैंडल मार्च, मुख्‍यमंत्री से की स्‍कूल फीस माफी की मांग  

Archit Gupta

गाजियाबाद/लखनऊ 13 Sep, 2020 09:26 am

स्‍कूल प्रशासन की मनमानी से परेशान होकर पेरेंट्स ने गाजियाबाद के वैशाली में के. आर. मंगलम स्‍कूल के गेट पर कैंडल जलाकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्‍या में पेरेंट्स शामिल हुए. उधर इसी मुद्दे को लेकर स्‍थानीय भाजपा नेता गौरव सोलंकी ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से भेंट कर स्कूली बच्चों के फीस माफी का मुद्दा उठाया. सौंपे गए पत्र में गौरव सोलंकी ने मांग की है कि लखनऊ से उच्चस्तरीय टीम भेजकर गाजियाबाद के अभिभावकों की चिंता का समाधान किया जाए.

कोरोना की मार ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था को तबाह कर दिया. लोगों के काम धंधे चौपट हो गए; नौकरी छूट गई, करोड़ों की संख्‍या में लोग बेरोजगार हो गए. सरकार की तरफ से बीस लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई और हो सकता है आमलोगों तक उसका लाभ भी पहुंचा हो. मगर मध्‍यम आय वर्ग के लोग और नौकरी-पेशा लोग जिनके बच्‍चे पब्लिक स्‍कूलों में पढ़ते हैं वो परेशान ही है.

उनकी परेशान का कारण अधिकांश की सैलरी कटौती, बिना सैलरी घर बैठा दिया जाना, और कुछ की नौकरी का चला जाना तो है ही साथ ही उनके सामने अपने बच्‍चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए डेस्‍कटॉप और लैपटॉप का इंतजाम करना भी है. क्‍योंकि स्‍कूल बच्‍चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं. अब इस दोहरी मार से बचने के लिए ऐसे पेरेंट्स स्‍कूल से फीस कम करने की मांग कर रहे हैं और साथ ही यह सवाल भी कि जब हमारे बच्‍चे स्‍कूल के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर का फायदा ही नहीं ले रहे हैं तो फिर फीस किस बात का?

प्रदर्शन कर रहे एक पेरेंट्स शेफाली तिवारी ने अपने ट्वीटर पेज पर लिखा है, 'लॉकडाउन शुरू के साथ ही इनकम बंद हो गया. हमें तीन महीने का स्‍कूल फीस में छूट चाहिए और ऑनलाइन क्‍लास के दौरान के फीस में भी छूट चाहिए.' फीस माफी को लेकर शेफाली शुरू से ही मांग करती रहीं हैं.  

एक अन्‍य पेरेंट्स ने स्‍कूल प्रशासन की अनदेखी को लेकर अपने ट्वीटर पेज पर लिखा है. 

यह प्रदर्शन के आर मंगलम स्‍कूल के सामने का है. जहां स्‍कूल प्रशासन से त्रस्‍त पेरेंट्स ने कैंडल जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.   

पेरेंट्स का कहना है कि उनकी बात कोई सुन नहीं रहा है. उनकी मांग है कि स्‍कूल प्रशासन एक जैसा व्‍यवहार करे. जैसे दिल्‍ली में इन्‍होंने अपने स्‍कूल फीस को लेकर जो इंतजाम किया है वैसा ही यहां करे. पैरेंट्स का कहना है कि हमलोग ट्यूशन फीस तो देने को तैयार है. कुछ पैरेंट्स का कहना है कि मेरा बच्‍चा नर्सरी में पढ़ता है और एक घंटे का क्‍लास होता है ऐसे में वह क्‍या सीख लेगा? और उसके लिए हमें पूरी फीस जमा करने को कहा जा रहा है वह ठीक नहीं है. स्‍कूल प्रशासन को इस पर विचार करना चाहिए. 

पूरे प्रदेश का यही हाल है. पेरेंट्स की बात स्‍कूल मानने को तैयार नहीं है. स्‍कूल प्रशासन पूरा फीस वसूलना चाहता है. पेरेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी बातें नहीं सुनी जाएगी तब तक ऐसे ही प्रदर्शन होते रहेंगे.

VIDEO: स्‍कूल फीस को लेकर पेरेंट्स परेशान, प्राइवेट स्‍कूल के मैनेजमेंट सुनने को तैयार नहीं

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