सीमा पर तनाव कम करने के लिए ज़रूरी कोर कमांडर्स की बैठक से चीन लगातार आनाकानी कर रहा है. एक हफ़्ते पहले मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों ने LAC पर तनाव कम करने के लिए फाइव प्वाइंट फॉर्मूले पर सहमति जताई थी. जिसके बाद स्थानीय कोर कमांडर्स की मीटिंग में डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को लेकर आगे बातचीत होनी थी. लेकिन, चीन ने अब तक सैनिक कमांडर लेवल की बातचीत को लेकर न कोई तारीख़ बताई है और न ही इस बातचीत के एजेंडे को लेकर ही कोई चर्चा हुई है. माना जा रहा है कि भारतीय सैनिकों के चुशूल सेक्टर में ऊंची चोटियों पर क़ाबिज़ होने के कारण चीन की स्थिति पहली बार ख़राब नज़र आ रही है. इसलिए वो बातचीत में आनाकानी कर रहा है.
इससे पहले, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि सीमा पर तनाव कम करने की ज़िम्मेदारी भारत की है.
चीन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आज ब्रिक्स (BRICS) देशों के NSA की बैठक में भी शामिल होंगे. चीन के विदेश मंत्री वैंग यी ही अपने देश के स्टेट काउंसलर यानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं. इस मीटिंग से पहले चीन के प्रोपेगैंडा टूल ग्लोबल टाइम्स ने चेतावनी दी है कि अगर भारत ने अपने रुख़ में बदलाव नहीं किया तो सीमा पर तनाव सर्दियों में भी जारी रह सकता है.
The #BRICS meeting on Thursday is a good opportunity for easing ongoing border standoff between #China and #India, but whether border tensions can be peacefully settled before winter depends on India’s sincerity. https://t.co/Ls5r8enCTT pic.twitter.com/ERcvUj41ED
— Global Times (@globaltimesnews) September 17, 2020
वहीं, ख़बर ये है कि सीमा पर पीपुल्स लिबेरशन आर्मी लाउडस्पीकर पर पंजाबी गाने बजा रही है. पैंगॉन्ग झील के फिंगर-4 इलाक़े में चीन की तरफ़ से हिंदी और पंजाबी गाने बजाए जा रहे हैं. इसमें भारतीय सैनिकों को ये भी कहा जा रहा है कि भारत सरकार इंडियन आर्मी की क्या मदद करेगी? इसी तरह, चुशूल सेक्टर में भी चीन के सैनिक लाउडस्पीकर पर हिंदी और पंजाबी गाने बजा रहे हैं. और भारतीय सैनिकों को चेतावनी दे रहे हैं.
1962 की जंग से पहले भी चीन की सेना ने ऐसे ही मनोवैज्ञानिक युद्ध शुरू किया था. वहीं, लोकल इंडियन कमांडर्स लगातार अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनसे बात कर रहे हैं. और भारतीय सैनिकों को समझा रहे हैं कि ये चीन के साइकोलॉजिकल वॉरफेयर का ही एक हिस्सा है.
सूत्रों के मुताबिक़, चीन ने डिसएंगेजमेंट से पहले चुमार, पैंगॉन्ग सो, गलवान घाटी, गोगरा और डेपसांग प्लेन्स में अपने सैनिकों की तादाद बढ़ा दी है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद को बताया था कि सीमा पर इस समय ज़बरदस्त तनाव है. और भारतीय सेना पूरी मुस्तैदी से पीएलए की हर साज़िश को नाकाम करने के लिए तैयार है. आज रक्षा मंत्री राज्यसभा में भी LAC के हालात पर बयान देने वाले हैं. वो विपक्ष के सवालों के जवाब भी दे सकते हैं.
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