पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब के गुरदासपुर से सुरक्षाबलों ने 11 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आशंका है कि सीमा पार पाकिस्तान से उड़ाए गए ड्रोन ने इन हैंड ग्रेनेडों को गिराया हो. बताया जा रहा है कि हैंड ग्रेनेड पाकिस्तान के रावलपिंडी की आयुध फैक्ट्री में बनाए गए हो सकते हैं.
पंजाब के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, "प्लास्टिक बॉक्स में पैक आर्जे टाइप HG-84 श्रृंखला के ग्रेनेड की खेप पिछले 15 महीनों में सीमा पार से आतंकवादियों के लिए देश में तस्कर किए गए फायर आर्म्स और ग्रेनेड की जब्ती का आठवां मामला है."
आपके बता दें कि HG-84 ग्रेनेड की रेंज 30 मीटर रेडियस तक होती है. ऑस्ट्रियाई फर्म द्वारा बनाए जाने वाले HG-84 ग्रेनेड का इस्तेमाल भारत में 2008 मुंबई आतंकी हमले, 1993 आतंकी हमले, 2001 के संसद हमले में भी हुआ है. रावलपिंडी की एक आयुध फैक्ट्री ने इन उच्च विस्फोटक ग्रेनेड को बनाने के लिए फ्रेंचाइजी ली हुई है.
वहीं, इन ग्रेनेड को ऐसे समय में जब्त किया गया है, जब खूफिया एजेंसियों ने सुरक्षाबलों को पाकिस्तानी ISI द्वारा चीन से ड्रोन का अपग्रेड वर्जन खरीदने के कदम को लेकर आगाह कर दिया था.
पुलिस टीम ने रविवार सुबह छानबीन के दौरान एक पैकेट बरामद किया, जिसमें 11 ग्रेनेड रखे हुए थे.
खबर के मुताबिक चकरी बॉर्डर पोस्ट पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने शनिवार देर रात भारतीय क्षेत्र में एक ड्रोन आते हुए देखा था. सीमा पार पाकिस्तान की तरफ से आए ड्रोन पर बीएसएफ के जवानों ने कई राउंड फायरिंग की. इसके बाद पंजाब पुलिस ने भी फायरिंग की, लेकिन उसे नीचे गिरा पाने में असफल रहे. इसके बाद ड्रोन वापस पाकिस्तान की तरफ लौट गया.
अगले दिन रविवार सुबह सुरक्षा बलों ने इलाके की में सर्च अभियान चलाया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने गुरदासपुर के डोरंगाला इलाके के सलाच गांव के पास धुस्सी बंद से ग्रेनेड का पैकेट बरामद किया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, ग्रेनेड का बॉक्स लकड़ी के फ्रेम से जुड़ा हुआ था, जिसे नायलॉन की रस्सी के सहारे ड्रोन से नीचे उतारा गया.
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