इस साल के अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कम से कम 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और 31 से अधिक घायल हैं. यह मुठभेड़ पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) के 300 सदस्यीय दल और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार को हुई थी. राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) दोनों ने कहा है कि एक बड़े तलाशी अभियान में 22 शव बरामद किए जा चुके हैं. इन 22 सुरक्षाकर्मियों में से 9 सीआरपीएफ के हैं, जबकि बाकी राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के हैं.
सुरक्षाकर्मियों के 22 शवों में से 5 को शनिवार को बरामद किया गया था और 17 से अधिक शवों को सीआरपीएफ, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रविवार तड़के बड़े पैमाने पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया था.
नक्सलियों और सीआरपीएफ के एलीट कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन यूनिट) और छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम के बीच 9 घंटे तक चली गोलाबारी और ऑपरेशन समाप्त के होने के बाद से सीआरपीएफ के 7 जवान सहित 17 सुरक्षाकर्मी लापता थे.
अब 20 घायल सुरक्षाकर्मी खतरे से बाहर हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों ने पुष्टि की कि तारेम पुलिस स्टेशन के तहत तेकुलगुडेम गांव के पास नक्सलियों के कम से कम 2 शव घटनास्थल देखे गए हैं, जहां शनिवार दोपहर को एक घने जंगल में गोलीबारी शुरू हुई थी.
मुठभेड़ में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों के मारे जाने को लेकर अधिकारियों का कहना है कि जहां हमला हुआ वह एक घना जंगली वाला इलाका था और नक्सलियों का क्षेत्र था.
उधर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे. इस दौरान शाह हमले में घायल हुए सुरक्षाकर्मियों से मुलाकात की और मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही उस जगह का भी दौरा किया जहां सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी.
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करते वक्त शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की।
— Amit Shah (@AmitShah) April 5, 2021
देश आपके शोर्य और बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा। पूरा देश शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है।
अशांति के विरुद्ध इस लड़ाई को हम अंतिम रूप देने के लिए संकल्पित हैं। pic.twitter.com/UCqiRLJICs
इससे पहले रविवार को शाह ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में अपने निवास पर हमले की समीक्षा की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और हम इसे अंत तक ले जाएंगे.
चुनावी प्रचार के लिए असम गए गृह मंत्री हमले की जानकारी मिलते ही तत्काल दिल्ली लौटे थे और फिर गृह मंत्रालय, खुफिया ब्यूरो और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
CRPF के राकेश्वर सिंह मन्हास की अर्धसैनिक बल की कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन) यूनिट अभी भी लापता है और उसका पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
नक्सलियों को भी भारी नुकसान होने की खबर है. सीआरपीएफ और राज्य के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने एक महिला नक्सली कमांडर का शव भी बरामद किया है, जिसकी पहचान मडावी वणोजा के रूप में हुई है. साथ ही खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए, सीआरपीएफ ने कहा कि ऑपरेशन में 12 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं और 16 से ज्यादा घायल हुए हैं.
इससे पहले अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फोन पर बात की और बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ पर विस्तृत चर्चा की. बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने बीजापुर में नक्सलियों और राज्य और केंद्र सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की जमीनी हकीकत से गृहमंत्री को अवगत कराया.
बघेल ने कहा, "मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति बहुत दुखद है. लेकिन सुरक्षा बलों का मनोबल अभी भी मजबूत है और हम नक्सल हिंसा के खिलाफ इस लड़ाई को जीतेंगे."
हमें अपने वीर जवानों पर गर्व है। pic.twitter.com/1foFqZBRJI
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 4, 2021
गृहमंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री को सभी आवश्यक मदद का आश्वासन दिया.
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति दुखद हैं । लेकिन सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के विरुद्ध यह लड़ाई हम ही जीतेंगे ।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 4, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री जी ने कहा है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे।
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मीडिया को दिए एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रों में विकास कार्य में लगातार व्यवधान के कारण ग्रामीण नक्सलियों से नाराज थे. ग्रामीण अब विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाएं सुदूर गांवों तक पहुंच रही हैं और लोगों को नक्सली -विचारधारा से अलग किया जा रहा है. इसका मुकाबला करने के लिए नक्सली ऐसे हमलों को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जायेगी।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 4, 2021
साथ ही उन्होंने सीआरपीएफ के महानिदेशक को घटना स्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं।
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बघेल ने बयान में कहा कि राज्य सरकार इस तरह के हमलों से डरती नहीं है और प्रत्येक गांव में विकास कार्य कराने के लिए दृढ़ संकल्प है.
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