UPPSC PCS 2020 प्रीलिम्स 11 अक्टूबर को आयोजित हुआ था. 13 अक्टूबर को Prelims Answer Key 2020 (Set A, B, C, D - GS Paper 1 & Paper 2) जारी किया गया. आयोग ने जो 'Answer Key' जारी किया है उनमें 6 सवालों के जवाब पूरी तरह गलत है. इस संदर्भ में हमने निर्माण IAS से जुड़े संबंधित विषयों के जानकार से बात की. विशेषज्ञों ने उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर जो जानकारी दी है उसे आप नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं.
सवाल सं.2: मिट्टी बचाओ आन्दोलन मध्यप्रदेश से आरंभ हुआ था. इसका सही उत्तर विकल्प (d) होगा लेकिन लोक सेवा आयोग द्वारा इसका उत्तर विकल्प (c) दरभंगा, बिहार बताया गया है. लोक सेवा आयोग का यह उत्तर गलत है.
सवाल सं.21: दिए गए प्रश्न में सभी विकल्प सही है लेकिन लोक सेवा आयोग ने विकल्प (c) को गलत माना है.
सवाल सं.54: इस प्रश्न का सही उत्तर विकल्प (c) होगा लेकिन लोक सेवा आयोग ने इसे गलत माना है. (सोर्स: Economic Times, 24 Oct, 2019)
सवाल सं. 83: पहले 10 स्मार्ट सिटी थे लेकिन प्रारंभिक परीक्षा के पहले ही 12 स्मार्ट सिटी प्रस्तावित हो चुके थे. इसलिए इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (b) होता लेकिन लोक सेवा आयोग ने उत्तर में विकल्प (a) 10 बताया है, जो कि गलत है.
सवाल सं.86: 1919 में आई.एल.ओ. में भारत सरकार की तरफ से एन.एम. जोशी ने प्रतिनिधित्व किया था. इसलिए इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (b) होना चाहिए किंतु लोक सेवा आयोग ने विकल्प (a) वी. पी. वाडिया को सही माना है. आयोग का यह जवाब गलत है.
सवाल सं.106 : इस प्रश्न का सही उत्तर विकल्प (a) होना चाहिए था लेकिन लोक सेवा आयोग ने इसे गलत ठहराया है.
आबादी के अनुसार देश के सबसे बड़े प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित भर्ती संस्था 'लोक सेवा आयोग' से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती. लोक सेवा आयोग लाखों रुपये खर्च करके परीक्षा आयोजित कराती है. लाखों छात्र अपने सपनों को साकार करने के लिए इस परीक्षा में शामिल होते हैं लेकिन संस्था के अयोग्य एवं अक्षम लोगों की गलतियों का शिकार बन जाते हैं. इनमें छात्रों की कोई गलती नहीं होती.
अब सवाल यह है कि क्या संस्था के पास रिसर्च करने एवं सवाल तैयार करने के लिए योग्य लोग नहीं हैं? या प्रदेश में ही योग्य एवं सक्षम लोगों का अकाल पड़ गया है? इन सबके शिकार होने वाले छात्रों को मानसिक रुप से परेशान करने का जिम्मेदार कौन है? राज्य सरकार को निश्चित रुप से इस मसले पर ध्यान देना चाहिए ताकि छात्रों को किसी तरह की हानि न हो एवं लोक सेवा आयोग के नक्कारेपन की सजा उन्हें ना मिले.
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