समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि देश में पहले किसी सांसद पर इतने मुकदमे एक साथ दर्ज नहीं हुए, जितने आजम खान (Azam Khan) के खिलाफ हुए हैं. उन्होंने कहा कि आजम को फंसाया गया है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने साल भर से जेल में बंद सांसद आजम खान के समर्थन में रामपुर में साइकिल यात्रा निकाली. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर संकट है. यदि लोकतंत्र को बचाना है तो पहले उत्तर प्रदेश को बचाना होगा और यह तभी होगा जब सरकार बदलेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बदलने के लिए हमें बूथ स्तर तक मजबूत होना होगा. उन्होंने कहा कि आजम को इसलिए फंसाया गया है, क्योंकि उन्होंने बच्चों का भविष्य संवारने के लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना कराई.
उन्होंने आजम खान के आवास पर जाकर उनकी पत्नी से मुलाकात की. इस दौरान समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. अखिलेश यादव ने मिशन 2022 के तहत और आजम खान की यूनिवर्सिटी के सम्मान में रामपुर से साइकिल रैली का आगाज किया.
जनसभा स्थल पर आजम खान की पत्नी और बहू भी साथ में मौजूद रहीं.
उन्होंने कहा कि हमने आमजन की सुरक्षा के लिए 100 नंबर चालू किया, जो न्यूयॉर्क से बेहतर था, लेकिन उन्होंने 112 कर दिया. समाजवादियों की गाड़ी, वही टायर, वही इंतजाम..ये कैसा बदलाव किया.
यादव ने कहा कि लेकिन, अब इस सरकार के ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. हमने जब-जब साइकिल चलाई है तो बड़ा बदलाव आया है. 2011 में साइकिल चलाई थी, तब सूबे की सरकार बदल गई थी और अब साइकिल चला रहे हैं तो मौसम भी बदल गया है. यह सरकार भी बदल जाएगी.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मुरादाबाद में हमारी सिक्योरिटी पर हमला हुआ और हमारे ऊपर हमला हुआ. हमारी लिफ्ट की लाइट बंद कर दी गई. हम पांच मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे. मुरादाबाद में जो पत्रकार उल्टा हमले का आरोप लगा रहे हैं, वो बीजेपी सरकार के इशारे पर हमलावर हुए. इस बात की जांच होनी चाहिए कि लिफ्ट की लाइट क्यों बंद हुई. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में दुनिया में सबसे ज्यादा गिरावट भारत में आई है. यहां जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है, उसे जेल भेज दिया जाता है. पश्चिम बंगाल में भी मुख्यमंत्री पर हमला हुआ. देश की सारी संस्थाएं उनके पीछे पड़ी हैं. चुनाव हराने के लिए हर हथकंडा अपना रही हैं, लेकिन जनता साथ है. बंगाल में फिर ममता बनर्जी की सरकार बनेगी."
मुख्यमंत्री की लाल टोपी पर की गई टिप्पणी पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों को कहा गया कि ये लाल टोपी वाले गुंडे हैं. कहना चाहता हूं कि ये जो लाल टोपी वाले हैं, वह लोकतंत्र को बचाने वाले हैं. योगी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो बिना बालों वाले हैं, वह लोकतंत्र को खत्म करने वाले हैं. यदि मुख्यमंत्री लाल टोपी लगा लें तो ज्यादा खूबसूरत दिखेंगे. यह भी कहा कि हमने कभी ये नहीं कहा कि काली टोपी वाले, काले दिल वाले हैं.
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