×

कोरोना के बाद देश में बर्ड फ्लू का प्रकोप, अलर्ट पर केंद्र, राज्‍यों के लिए एडवाइजरी जारी

Babita Pant

नई द‍िल्‍ली 06 Jan, 2021 07:37 pm

बर्ड फ्लू (Bird Flu) के प्रकोप से निपटने के लिए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड ब्लू के प्रकोप की रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को एडवायरी जारी की गई है. केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से बुधवार को दी गई जानकारी के मुताबिक पक्षियों के इस रोग से निपटने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय कार्ययोजना को अमल में लाने को कहा गया है. मंत्रालय ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के तहत आने वाले भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (NIHSD) से नमूनों की पुष्टि होने के बाद चार राज्यों में 12 जगहों पर बर्ड फ्लू यानी एवियन एन्फ्लूएंजा (AI) की रिपोर्ट आई है.

इनमें राजस्थान में बारां, कोटा और झालावार में कौवों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है. वहीं, मध्य प्रदेश के मंदसौर, इंदौर और मालवा में भी कौवों में ही बल्र्ड फ्लू की रिपोर्ट है. जबकि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है. दक्षिण भारत स्थित केरल के कोट्टायम और आलापुझा में चार जगहों पर पोल्ट्री डक यानी घरेलू बतख में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट है.

मध्‍य प्रदेश सरकार ने करीब 10 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है. इंदौर, मंदसौर, मालवा के जिस इलाके में मृत कौवों में फ्लू के लक्षण मिले हैं, उसके एक किलोमीटर के दायर में अब लोगों की भी जांच की जाएगी.

राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग ने राज्य के अधिकारियों से दैनिक आधार पर जानकारी लेने के लिए नई दिल्ली में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है. 

कई राज्यों ने मंगलवार को बर्ड फ्लू के H5N8 स्ट्रेन को नियंत्रित करने को लेकर चेतावनी जारी की और मरे हुए पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे. वहीं केरल में मुर्गियों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है.

मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश को एक जनवरी 2021 को ही एडवायजरी जारी की गई थी और दोनों राज्यों में नेशनल एक्शन प्लान ऑफ एवियन इन्फ्लूएंजा के अनुसार रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं. इसके बाद पांच जनवरी 2021 को हिमाचल प्रदेश को पोल्ट्री में इसका प्रसार रोकने को लेकर एडवायजरी जारी की गई है. रिपोर्ट के अनुसार, केरल में पांच जनवरी से रोकथाम के उपायों को अमल में लाया जा रहा है, जिसके तहत पक्षियों को मारने का काम जारी है.

केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग ने भी यहां एक नियंत्रण कक्ष बनाया है, जिसमें रोजाना आधार पर प्रदेशों से बर्ड फ्लू की स्थिति और किए जा रहे रोकथाम के उपायों का जायजा लिया जा रहा है.

मंत्रालय की ओर से एक बात और स्पष्ट की गई है कि संदूषित पोल्ट्री उत्पाद खाने से मानव में एआई वायरस के संचरित होने का कोई सीधा प्रमाण नहीं है. हालांकि सफाई व स्वच्छता बनाए रखना और रसोई बनाने व प्रसंस्करण के मानक एआई वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए प्रभावकारी है.

क्‍या है बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू को एवियन एंफ्लुएंजा के नाम से भी जाना जाता है. ये वायरल इंफेक्‍शन है जो पक्षियों से मनुष्यों को हो सकता है. संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने पर सांस के जरिए ये वायरस मनुष्‍य के शरीर में प्रवेश कर जाता है. इंसानों में इसके लक्षण सामान्य हैं- सर्दी-जुकाम, सांस में तकलीफ, बार-बार उल्टी आना, कंजंक्टिवाइटिस और सिर में दर्द. बर्ड फ्लू के कई प्रकार हैं, जैसे- H7N3, H7N7, H7H9, H9N2 और H5N1 हैं. इसमें H5N1 सबसे खतरनाक वायरस होता है. इस बार मृत पाए गए पक्षियों में H5N8 स्ट्रेन मिले हैं. आपको बता दें कि इर बार इस वायरस के स्‍ट्रेन बदलते रहते हैं.  

VIDEO: कोरोना संकट के बीच अब बर्ड फ्लू का कहर, लाखों पक्षियों की हुई मौत

  • \
Leave Your Comment