महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर राज्य को बदनाम करने के मामले में जांच का ऐलान किया है. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने विपक्षी पार्टी बीजेपी पर मुंबई और महाराष्ट्र पुलिस को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाते हुए इसकी जांच करने की घोषणा की है. इसी के साथ देशमुख ने बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से उन्हें बदनाम करने के लिए माफी मांगने को भी कहा.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ऐलान किया कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और महाराष्ट्र पुलिस की साइबर-क्राइम ब्रांच इस मामले में जांच करेगी. इसी के साथ अनिल देशमुख ने बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र की बदनामी की है. उन्होंने पूछा कि क्या देवेंद्र फडणवीस ऐसे व्यक्ति के चुनाव प्रचार में जाएंगे. देशमुख ने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव को देखते हुए यह षड्यंत्र रचा गया है. उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने 5 साल तक महाराष्ट्र में सरकार चलाई है् इसके बावजूद उन्होंने मुंबई पुलिस की क्षमता पर सवाल उठाया और उसे बदनाम किया है.
यामुळे आता भाजपने राज्यातील जनतेची माफी मागावी. पाच वर्षे राज्य पोलिसांचं नेतृत्व केल्यानंतरही विरोधी पक्षनेते @Dev_Fadnavis यांनी मुंबई पोलिसांच्या तपासावर अविश्वास दाखवला. आता महाराष्ट्राची बदनामी करणारे बिहारचे माजी #DGP @ips_gupteshwar यांच्या प्रचाराला ते जाणार का? (२/२) pic.twitter.com/OfhME0A6Tx
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) October 6, 2020
आपको बता दें कि खबरों में कहा जा रहा है कि मुंबई पुलिस की साइबर यूनिट ने कमिश्नर परम बीर सिंह को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि सुशांत की मौत मामले में महाराष्ट्र सरकार और पुलिस को बदनाम करने के लिए गुप्त अभियान के तहत लगभग नौ देशों में 80 हजार फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाए गए.
अब राज्य के गृह मंत्री का कहना है कि यह कैंपेन मुंबई पुलिस को नीचा दिखाने के लिए किया गया था.
गौरतलब है कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे. मुंबई पुलिस ने इसे सुसाइड का केस बताते हुए बॉलीवुड की कई फिल्मी हस्तियों को पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन कुछ दिन बाद सुशांत के परिवार ने मौत के पीछे साजिश का दावा करते हुए एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए. सुशांत के पिता ने रिया पर पैसों की हेरा-फेरी का आरोप भी लगाया. उनका कहना था कि रिया ने सुशांत के अकाउंट से 15 करोड़ रुपये निकाले हैं. इन आरोपों के बाद मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी पहुंच गया. जांच के दौरान इस केस में ड्रग्स का एंगल भी सामने आया. फिर ईडी के अनुरोध पर नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने भी केस दर्ज किया और पूछताछ के बाद रिया को गिरफ्तार कर लिया.
उधर, सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जांच कर रहे एम्स के पैनल ने 29 सितंबर को सीबीआई को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में एम्स के डॉक्टरों ने साफ तौर से कहा है कि यह सुसाइड का माला है, हत्या का नहीं.
राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सुशांत की मौत के मामले में चलाए गए सोशल मीडिया कैंपेन पर मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उसमें बताया गया है कि बीजेपी ने मुंबई और महाराष्ट्र पुलिस को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र को जन्म दिया.
#SSR प्रकरणी भाजपने छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या महाराष्ट्राला जाणीवपूर्वक बदनाम केले. अमेरिकेच्या मिशिगन विद्यापीठाचा अहवालही हेच सांगतो. मुंबई पोलिसांनी प्रोफेशनल पद्धतीने तपास केला यावर सर्वोच्च न्यायालय व 'एम्स'च्या अहवालानंतर शिक्कामोर्तब झाले. (१/२) pic.twitter.com/2urmbZ9Bbg
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) October 6, 2020
देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए बीजेपी ने "राज्य के बाहर के कुछ लोगों" का इस्तेमाल "कठपुतली" की तरह किया. इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि कुछ टीवी चैनल भी इस षड्यंत्र में सबसे आगे रहे. उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र पुलिस का साइबर क्राइम सेल इस साजिश के तहत बनाए गए फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट की जांच करेगा."
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