भारत, अमेरिका और जापान के सालाना नेवल एक्सरसाइज़ मलाबार में इस बार ऑस्ट्रेलियन रॉयल नेवी भी शामिल होगी. भारत ने मलाबार एक्सरसाइज़ में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया को औपचारिक रूप से न्यौता दे दिया है. इसकी तस्दीक़ ख़ुद ऑस्ट्रेलिया की रक्षा मंत्री लिंडा रेनॉल्ड्स ने ट्वीट करके की.
Following an invitation from #India, Australia will participate in Exercise MALABAR 2020. The exercise will bring together four key regional #defence partners - India, the United States, Japan and Australia - in November 2020. @MarisePayne @DeptDefence pic.twitter.com/bymcOX3ILL
— Linda Reynolds (@lindareynoldswa) October 19, 2020
यह ऐसे समय पर होने जा रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चार दशक में चरम पर है। मालाबार सैन्य अभ्यास के जरिए भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के नौसैनिक साल के अंत में बंगाल की खाड़ी में साथ युद्धाअभ्यास करेंगे। इस मामले से जुड़े लोगों के मुताबिक, इस बार मलाबार एक्सरसाइज़ दो हिस्सों में होगा. और नो कॉन्टैक्ट होगा. यानी किसी एक देश के नौसैनिक दूसरे देश के जहाज़ पर नहीं जाएंगे. इस नेवल एक्सरसाइज़ का पहला पार्ट 3 से 6 नवंबर के बीच होगा. और दूसरा पार्ट 17 से 20 नवंबर के बीच होगा. ये नेवल एक्सरसाइज़ इस बार बंगाल की खाड़ी में होगा.
ऑस्ट्रेलिया के शामिल होने से मुक्त और स्वतंत्र हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए बने चार देशों के गठबंधन यानी quadilateral alliance (QUAD)का ये संगठन नौसैनिक स्तर पर पूरा हो गया है. इसी महीने, भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की बैठक जापान की राजधानी टोक्यो में हुई थी. जिसे लेकर चीन ने ऐतराज़ भी जताया था.
अब चार देशों का ये नेवल एक्सरसाइज़ ऐसे समय पर होने जा रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चार दशक में चरम पर है.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, कि 'भारत समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में दूसरे देशों के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है. और, ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत के बढ़ते रक्षा सहयोग को देखते हुए मलाबार 2020 में ऑस्ट्रेलियन नेवी भी शामिल होगी. इस बार अभ्यास को 'नॉन कॉन्टैक्ट एट सी' फॉर्मेट में तैयार किया गया है. इस एक्सरसाइज़ से सभी चारों देशों की नेवी के बीच सहयोग और समन्वय मजबूत होगा.'
मलाबार सिरीज़ की शुरुआत अमेरिका और भारत की नौसेना के सालाना युद्ध अभ्यास के तर पर वर्ष 1992 में हुई थी. 2015 से जापान भी इसका हिस्सा बन गया. साल 2018 में तीनों देशों की सेनाओं ने प्रशांत महासागर में अमेरिका के गुआम नेवल बेस के पास एक्सरसाइज़ की थी. जबकि 2019 में ये युद्धाभ्यास जापान के तट के क़रीब हुई था.
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