करवाचौथ व्रत बेहद कठिन होता है. इसमें महिलाएं बिना पानी पिये दिनभर भूख रहती हैं. करवाचौथ का व्रत पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है. लेकिन यह व्रत किसी तप से कम नहीं है. इस व्रत में एक गलती आपका व्रत खंडित कर सकती है. ऐसा माना जाता है कि करवाचौथ के व्रत के दिन यदि आपसे कोई भूल हो जाए तो उसका खामियाजा विवाहिता के पति को भुगतना पड़ता है.
चलिए जानते हैं आपको करवाचौथ के दिन किन गलतियों से बचना चाहिए.
करवाचौथ के दिन महिलाएं किसी भी तरह की सफेद चीज दान करने से बचें. खाने की सफेद चीजें भी दान न करें.
करवाचौथ की शुरुआत सरगी से जरूर करें फिर चाहे सास सरगी दे या नहीं. सरगी को सूर्योदय के बाद न खाएं. सूर्योदय के बाद सोने से भी बचें.
करवाचौथ के दिन भूलकर भी सुई धागे और कैंची का इस्तेसमाल ना करें.
साथ ही नुकीली चीजों के इस्तेमाल करने से बचें. साथ ही किसी कपड़े को न काटें.
करवाचौथ के दिन सफेद और काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए.
करवाचौथ के दिन करवाचौथ की कथा पढ़े बिना पूजा संपन्न न करें.
करवाचौथ के दिन 16 श्रृंगार करने के साथ ही मेंहदी जरूर लगाएं फिर चाहे वो किसी भी रूप में लगाएं.
इस दिन भूलकर भी किसी से झगड़ा न करें. आपका क्रोध व्रत के फल को कम कर सकता है. इस दिन पति से तो बिल्कुल भी झगड़ा न करें.
करवाचौथ के दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से उठाना अशुभ माना जाता है. आप भूलकर भी किसी भी व्यक्ति को उठाने से बचें.
करवाचौथ के दिन किसी बड़े-बुजुर्ग का या किसी अन्यन सदस्या का अपमान न करें.
करवाचौथ के दिन किसी महिला को अपना श्रृंगार का सामान न दें और न ही किसी का सामान इस्तेमाल करें.
करवाचौथ के दिन सुहाग की वस्तुओं को कूड़ेदान में न डालें.
इस दिन तामसिक भोजन यानि मांसाहारी भोजन करने से बचें और सात्विक भोजन करें.
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