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AAP का दावा- केंद्र के इशारे पर केजरीवाल नजरबंद, दिल्‍ली पुलिस बोली- ये झूठ है

Babita Pant

नई द‍िल्‍ली 08 Dec, 2020 02:17 pm

आम आदमी पार्टी (AAP) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जब से मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सिंघु बॉर्डर (Singh Border) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलकर वापस लौटे हैं तब से ही दिल्‍ली पुलिस ने केंद्र सरकार के निर्देश पर उन्‍हें उनके घर में नजरबंद कर लिया है. हालांकि दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) ने AAP के दावे को झूठा बताते हुए कहा कि केजरीवाल के घर के बाहर सामान्‍य रूप से पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और मुख्‍यमंत्री के आने-जाने पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है.

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्‍ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वे केजरीवाल को घर से बाहर न जानें दें. उन्‍होंने कहा, "कल जब केजरीवाल सेवादार के रूप में अपनी कैबिनेट के सहयोगियों के साथ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए तो बीजेपी-नीत केंद्र सरकार डर गई. इसी तरह वे तब भी गुस्‍सा हो गई थी जब केजरीवाल ने दिल्‍ली पुलिस को किसानों के लिए शहर के नौ स्‍टेडियमों को जेल में तब्‍दील करने की अनुमति नहीं दी थी." 

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्‍यमंत्री आवास के बाहर बीजेपी के मेयरों और अन्‍य बीजेपी नेताओं का "तथाकथित विरोध-प्रदर्शन" सिर्फ एक "साजिश" है ताकि केजरीवाल को घर के अंदर ही कैद किया जा सके.

वहीं, दिल्‍ली पुलिस का कहना है कि केजरीवाल को घर में नजरबंद करने का AAP का दावा सही नहीं है. उत्तरी दिल्‍ली के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने ट्वीट करते हुए कहा, "AAP का बयान पूरी तरह से गलत है. अरविंद केजरीवाल को नजरबंद नहीं किया गया है. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री होने के नाते वे जहां चाहें जा सकते हैं."

हालांकि बाद में एंटो अल्‍फोंस ने यह भी कहा कि सीएम के घर के बाहर सामान्‍य रूप से पुलिस की तैनाती की गई है ताकि AAP और अन्‍य किसी पार्टी के बीच किसी तरह के टकराव को टाला जा सके.

दिल्‍ली सरकार के गृह मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने ट्वीट करते हुए कहा, "सरकार ने आज इमर्जेंसी की यादें ताज़ा कर दींं, दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री के घर के चारोंं ओर, सिंघु बॉर्डर से लौटने के बाद से ही बैरिकेडिंग करके उनको नजरबंद कर दिया गया है. जिसके कारण ना कोई उनसे मिल सकता है ना वो घर से बाहर आ जा सकते हैं."

एक अन्‍य ट्वीट में सत्‍येंद्र जैन ने लिखा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री को नज़रबन्द करने का मतलब है कि BJP सरकार हर उस आवाज़ को रोकना चाहती है जो किसानों के समर्थन में है."

AAP के आरोपों का खंडन करते हुए दिल्‍ली बीजेपी प्रमुख आदेश गुप्‍ता ने कहा, "मेयर और पार्षद सीएम आवास के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. मुख्‍यमंत्री ने कल तीन समारोहों में शिरकत की और आज भी वो जहां चाहें वहां जाने के लिए स्‍वतंत्र हैं. हम बस यही चाहते हैं कि सरकार बकाया राशि का निपटान करे क्‍योंकि कॉर्पोरेशन अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहा है. हम तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक हमें धनराशि नहीं मिल जाती."

आपको बता दें कि पश्चिमी दिल्‍ली के सांसद प्रवेश वर्मा व अन्‍य पार्षदों के साथ आदेश गुप्‍ता मंगलवार सुबह दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री के आवास के बाहर प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए. इससे पहले तीन मेयर नवंबर में सीएम के आवास के बाहर बैठे थे. बीजेपी नेताओं का कहना है कि तब सरकार ने कहा था कि वह बकाया राशि का भुगतान कर देगी.

प्रवेश वर्मा के मुताबिक, "मुख्‍यमंत्री कम से कम यह तो कर ही सकते हैं कि वे सभी को अंदर बुलाकर उनसे बातचीत कर लें. सरकार को बकाये का भुगतान कर देना चाहिए. लेकिन मुख्‍यमंत्री के दफ्तर से किसी ने भी कल से प्रदर्शन कर रहे मेयरों से मुलाकात नहीं की."

गौरतलब है कि बीजेपी के अन्‍य नेता भी इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने वाले हैं.

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