Hathras Gangrape Case: भीम आर्मी (Bhim Army) के मुखिया चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekher Azad) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर जमकर निशाना साधा. आपको बता दें कि सीएम योगी ने आरोप लगाया है कि हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मामले पर जातीय हिंसा का षड्यंत्र रचा गया था. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि कुछ लोगों और समूहों को इसके लिए फंड दिया गया था.
मुख्यमंत्री के इन्हीं आरोपों को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा है कि इस मामले की जांच के आदेश दें. आजाद ने दावा किया कि अगर उनके पास से एक लाख रुपये भी मिल गए तो वह राजनीति छोड़ देंगे और पैसे नहीं मिले तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना होगा.
आजाद ने एक ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री को चुनौती दी है. इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि वो अपने समुदाय के प्रति समर्पित हैं और ये समुदाय ही उनका खर्चा उठाता है.
उनके ट्वीट के मुताबिक, "मैं योगी आदित्यनाथ जी को चैलेंज करता हूं कि कोई भी जांच करवा लें 100 करोड़ तो दूर की बात यदि मेरे पास एक लाख रुपये भी मिल जाये तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा वरना आप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दीजिये. मेरा जीवन मेरे समाज को समर्पित है मेरा खर्च मेरा समाज उठाता है.
मैं योगी आदित्यनाथ जी को चैलेंज करता हूँ कि कोई भी जांच करवा लें 100 करोड़ तो दूर की बात यदि मेरे पास एक लाख रुपये भी मिल जाये तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा वरना आप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दीजिये। मेरा जीवन मेरे समाज को समर्पित है मेरा खर्च मेरा समाज उठाता है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 9, 2020
इसी के साथ आजाद ने यह भी आरोप लगाया कि यूपी में न्याय की मांग करना अंतरराष्ट्रीय साजिश हो जाता है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "यूपी में न्याय की आवाज उठाना अंतरास्ट्रीय साज़िश कहलाता है. इससे पता चलता है दलितों के न्याय मांगने से योगी सरकार कितना डरती है उनकी नजर में दलितों की ज़िंदगी सस्ती है. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि हाथरस के अपराधी योगी जी की जाति के है उनको बचाने के लिये हम पर आरोप लगा रहे है."
यूपी में न्याय की आवाज उठाना अंतरास्ट्रीय साज़िश कहलाता है। इससे पता चलता है दलितों के न्याय मांगने से योगी सरकार कितना डरती है उनकी नजर में दलितों की ज़िंदगी सस्ती है। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि हाथरस के अपराधी योगी जी के जाति के है उनको बचाने के लिये हम पर आरोप लगा रहे है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 9, 2020
चंद्रशेखर और उनकी भीम आर्मी हाथरस कांड पर शुरू से ही मुखर हैं. उनका आरोप है कि योगी सरकार "अंतरराष्ट्रीय साजिश" का आरोप लगाकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने साफ किया है कि उसे भीम आर्मी और पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के बीच कोई संबंध नहीं मिला है. आपको बतादें कि PFI एक चरमपंथी संगठन है जिस पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देश भर हुए विरोध-प्रदर्शन की फंडिंग का आरोप है. यूपी पुलिस का कहना है कि उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी कि PFI, SDPI जैसे संगठन जो नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसा में शामिल थे उन्हीं संगठनों ने यूपी में भी हिंसा फैलाने के लिए वेबसाइट तैयार कराने में अहम भूमिका निभाई.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने दावा किया है कि हाथरस में 19 वर्षीय दलित महिला के साथ हुई हिंसा और कथित गैंगरेप के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार को बदनाम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश रची गई थी. यूपी पुलिस के अनुसार एक वेबसाइट justiceforhathrasvictim.carrd.co को इस साजिश से जोड़ा गया गया, जिस पर सुरक्षित तरीके से प्रदर्शन करने और पुलिस से बचने की जानकारी थी. फिलहाल वेबसाइट को बंद कर दिया गया और अभी उपलब्ध नहीं है.
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