''कुछ दिन इंतज़ार कीजिए. 40 सीट लाकर के जनता द्वारा खारिज कर देने के बाद अगर कोई व्यक्ति विशेष मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है तो ये ख्वाब बिहार को नहीं पच रहा.'' राष्ट्रीय जनता दल के नेता और सांसद मनोज झा के इस ट्वीट ने बिहार की राजनीति में आने वाले तूफान का संकेत दे दिया है. बिहार में सरकार गठन को लेकर एनडीए के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.
बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा? वैसे तो इस सवाल का महत्व नहीं रह गया है क्योंकि एनडीए ने पहले ही अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे लेकिन बिहार मंत्रिमंडल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा कि 15 नवंबर को होने वाली बैठक में ही सबकुछ तय होगा, उसके बाद से यह सवाल एकबार फिर से उठ खड़ा हुआ है. 2015 के चुनाव में जेडीयू दूसरी बड़ी पार्टी थी लेकिन इस बार के चुनाव में जेडीयू तीसरे नबंर पर चली गई है.
विधानसभा में मिली जीत के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है जबकि बीजेपी को दूसरे नंबर पर है. सीटों के लिहाज से जेडीयू तीसरे नंबर पर है. जेडीयू को इस चुनाव में जनता ने नकार दिया लेकिन बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत ने नीतीश कुमार को सीएम बनने का रास्ता साफ कर दिया. हालांकि बीजेपी को मिली बड़ी जीत ने पार्टी के अंदर हलचल मचा दी है. पार्टी के कुछ सदस्य बीजेपी का मुख्य मंत्री चाहते हैं. हालांकि यह संभव नहीं दिख रहा है ऐसे में स्पीकर समेत सभी महत्वपूर्ण मंत्रालय पर पार्टी अपना कब्जा चाहती है. और अब सारा मामला यहीं फंस गया है.
एनडीए के घटक दलों में जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी दो ऐसे नेता उभरकर सामने आए हैं जो अगर अपनी जिद पर आ गए तो एनडीए की सरकार बनाने का खेल बिगाड़ सकते हैं. बताया जा रहा है कि मुकेश साहनी की मांग है कि उसे उपमुख्यमंत्री बनाया जाए जिसे एनडीए नहीं मान रही है. वहीं जीतन राम मांझी स्पीकर पद की मांग कर रहे हैं जिसे बीजेपी देना नहीं चाहती है. इन्हीं कारणों से बिहार की राजनीति में एक नये तूफान की आहट दिख रही है. हो सकता है ये दोनों नेता अपने जीते हुए विधायकों के साथ आरजेडी वाली महागठबंधन का दामन थाम ले. बताया जा रहा है कि महागठबंधन ने दोनों नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया है.
इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता और सांसद मनोज झा ने एक ट्वीट किया है जिसमें लिखा है, ''कुछ दिन इंतज़ार कीजिए. 40 सीट लाकर के जनता द्वारा खारिज कर देने के बाद अगर कोई व्यक्ति विशेष मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है तो ये ख्वाब बिहार को नहीं पच रहा.'' मनोज झा के इस ट्वीट के बाद जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी की नाराजगी वाली बातों में दम नजर आ रहा है.
इस बीच बीजेपी की ओर से उपमुख्यमंत्री पद को लेकर भी अलग अलग कयास लगाए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री पद नहीं चाहते हैं ऐसे में कामेश्वर चौपाल का नाम इस पद के लिए काफी चर्चा में है. इस पद के लिए एक और नाम प्रेम कुमार का भी बताया जा रहा है. वैसे एनडीए की होने वाली बैठक के बाद मंत्रिमंडल को लेकर सबकुछ साफ हो जाने की उम्मीद है.
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