बिहार चुनाव में एक और नेता भाषण के दौरान मंच के टूटने से नीचे गिर गए. इस बार यह हादसा जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव के साथ हुआ. जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव मुजफ्फरपुर के मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उनका मंच गिर गया जिससे उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया.
हादसे के बाद जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के नेताओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है लेकिन विपक्ष के नेताओं की सुरक्षा पर किसी का ध्यान नहीं होता. पप्पू यादव ने कहा कि आज मैं बाल-बाल बचा हूं. मेरे और मेरे पार्टी के साथियों के साथ आज कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी. घटना के तुरंत बाद पप्पू यादव का स्थानीय स्तर पर प्राथमिक उपचार कराया गया.
मंच टूटने के कारणों की जांच की मांग करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि इस घटना की अच्छी तरह से जांच होनी चाहिए. क्या यह किसी सोची-समझी साजिश के तहत किया गया? चोट के बाद भी पप्पू यादव ने चुनाव सभाओं को संबोधित किया.
#Bihar:- Pappu Yadav's stage broken during the election meeting in #Meenapur, #Muzaffarpur.
— (@W0lverineupdate) October 31, 2020
Pappu Yadav's right hand fracture in this incident.@rahulrajnews pic.twitter.com/N9WlubjoSE
लोकपाल पर पप्पू यादव ने कहा कि हम सरकार में आने के बाद लोकपाल बिल लाएंगे. इससे सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ेगी और अधिकारियों और नेताओं की जवाबदेही तय की जा सकेगी. आशा और जीविका का जिक्र करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि यदि हम सत्ता में आते हैं तो आशा, जीविका, ममता, विकास मित्र और टोला सेवकों के मानदेय में वृद्धि की जाएगी. साथ ही समान काम के लिए समान वेतन को भी लागू किया जाएगा. सभी नियोजित और संविदा शिक्षकों को स्थायी किया जाएगा.
बिहार चुनाव में इससे पहले एक कांग्रेस प्रत्याशी इसी तरीके से भाषण देते हुए मंच के टूटने से नीचे गिर गया था. कांग्रेस प्रत्याशी मंच टूटने का वीडियो खूब वायरल हुआ. बिहार के दरभंगा जिले के जाले विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार अहमद उस्मानी मंच से भाषण दे रहे थे, वह मंच अचानक टूट गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ.
दिलचस्प बात ये है कि जिस दौरान मस्कूर का मंच गिरा उस दौरान वह अपने भाषण में लोकतंत्र में गिरने-गिराने की बात कर रहे थे. अपने भाषण में उस्मानी कहतें हैं कि जनता लोकतंत्र में उठाना और गिराना जानती है, इसी दौरान उनका मंच गिर जाता है.
बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हो गया है. दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को एवं तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को है. मतगणना 10 नवंबर को है. राज्य में मुख्य मुकाबला बीजेपी-जेडीयू वाली एनडीए और आरजेडी-कांग्रेस वाली महागठबंधन के बीच है.
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