बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा (BPSC) द्वारा आयोजित 66वीं बिहार संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में
शामिल हुए छात्रों ने रविवार (27 दिसंबर) को कथित पेपर लीक को लेकर औरंगाबाद के एक परीक्षा केंद्र पर विरोध प्रदर्शन किया. औरंगाबाद के DM सौरभ जोरवाल के अनुसार, प्रश्नपत्र की सील कथित रूप से पेपर के वितरण से पहले टूट जाने के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया.
डीएम ने कहा, "यहां 18 केंद्र हैं. एक केंद्र में छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रश्न पत्र की सील टूट गई थी. हमने प्रदर्शनकारी छात्रों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब उन्होंने बात नहीं मानी, तब हमने उनसे लिखित शिकायत देने को कहा."
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि इस मामले को देखने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) के तहत एक समिति बनाई गई है, और प्रशासन ने केंद्र प्रभारी से मामले के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है.
आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 66वीं प्रारंभिक परीक्षा के लिए साढ़े चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. इस भर्ती के जरिए करीब 561 पदों पर नियुक्ति होनी है, परीक्षा के लिए राज्यभर में 888 केन्द्र बनाए गए हैं. हालांकि एग्जाम से पहले ही कई छात्रों ने कहा था कि उनके परीक्षा केंद्र 300-400 किलोमीटर तक दूर हैं और हर जगह परिवहन भी उपलब्ध नहीं है.
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एग्जाम के एक दिन पहले शनिवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने छात्रों का मुद्दा उठाया था. उन्होंने फेसबुक पर लिखा था, ''BJP की नीतीश सरकार ने BPSC अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र गृह ज़िला से 400 KM दूर निर्धारित किए है. ट्रेन की कोई सुविधा नहीं क्योंकि कोरोना का बहाना है. सर्दी में परीक्षार्थी जान हथेली पर रख खुले में मालगाड़ी में यात्रा कर रहे है लेकिन निर्दयी सरकार किसी का कुछ सुन ही नहीं रही है.''
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