कोर्ट के आदेश पर शनिवार 12 सितंबर को पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद के अवैध निर्माण वाली भवन को ध्वस्त कर दिया गया था वही रविवार 13 सितंबर को उसके कब्जे की नजूल भूमि को खाली कराया गया. यह बेशकीमती भूमि लूकरगंज में है. पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद ने लूकरगंज में मदनानी हॉस्पिटल के समीप मेन रोड पर वर्षों से नजूल भूमि पर कब्जा कर रखा था. इस भूमि को रविवार को खाली कराया गया.
जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, प्रयागराज विकास प्राधिकरण और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई में भूमि को खाली कराई गई. लूकरगंज में मदनानी हॉस्पिटल के समीप मेन रोड पर करीब 7000 वर्ग मीटर में नजूल भूमि है. इस पर चारों तरफ से बाउंड्रीवॉल घेरकर गेट लगवा दिया गया था. भूमि पर बड़ी संख्या में पेड़ और झाड़ियां उग आई थी, उसे भी हटाया गया. वहीं अतीक के दूसरे भूखंड पर भी कार्रवाई शुरू हुई.
इससे पहले शनिवार को सरकार का इक़बाल बाहुबली अतीक़ अहमद ने भुगता. जब इलाहाबाद हाई कोर्ट के पास अतीक़ अहमद की एक बिल्डिंग ध्वस्त कर दी गई.
अतीक़ अहमद की ये बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार नहीं थी. और प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने इसका नक़्शा रद्द कर दिया था.
हाई कोर्ट के पास बेहद क़ीमती ज़मीन पर बन रही ये बिल्डिंग, अतीक़ अहमद ने साल 2006 में फ्री होल्ड कराई थी. क़रीब 570 वर्ग मीटर की इस ज़मीन का नक़्शा भी उस वक़्त इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (ADA) से पास कराया गया था.
मगर, अतीक़ अहमद ने इस ज़मीन पर बनने वाले सरकारी टैक्स यानी ओपन एरिया पेनाल्टी न जमा करने पर विकास प्राधिकरण ने इस ज़मीन पर निर्माण करने पर रोक लगा दी थी. इसके बाद, अतीक़ अहमद ने विकास प्राधिकरण के आदेश के ख़िलाफ़ इलाहाबाद हाई कोर्ट से स्टे ले लिया था. लेकिन, साल 2017 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अतीक़ अहमद की अर्ज़ी ख़ारिज कर दी थी.
इसके बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक़ अहमद की ओर से जमा कराए गए नक़्शे को भी निरस्त कर दिया था. इसके बाद अधूरी बनी बिल्डिंग को ध्वस्त करने का आदेश सरकार की ओर से जारी कर दिया गया.
बिल्डिंग गिराने के बाद, अतीक़ अहमद की इस प्रॉपर्टी को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क भी कर लिया गया. अतीक़ अहमद के ख़िलाफ़ प्रशासन की इस कार्रवाई की निगरानी के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण और ज़िला प्रशासन के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे. इनमें प्राधिकरण के ज़ोनल अधिकारी सत शुक्ला, एसीएम-2 प्रेमचंद्र मौर्य और क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस अजित सिंह चौहान मौजूद थे.
अतीक़ अहमद की ये संपत्ति करोड़ों रुपए की बताई जा रही है.
किसी भी हालात से निपटने के लिए मौक़े पर कई थानों की पुलिस को भी तैनात किया गया था. सिविल लाइंस के अलावा प्रयागराज के कैंट और धूमनगंज थानों से भी पुलिस बल बुलाए गए थे.
पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज में अतीक़ अहमद और उनके परिवार के ख़िलाफ़ लगातार प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है. एक दिन पहले ही प्रयागराज के शिवकुटी इलाक़े में स्थित अतीक़ अहमद के भांजे हमज़ा उस्मान के क़ब्ज़े वाली दो बीघे सरकारी ज़मीन पर बनाई गई अवैध बिल्डिंग को भी प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया था. जिसके बाद ज़मीन को दोबारा सरकार के कंट्रोल में ले लिया गया.
प्रयागराज में ज़िला प्रशासन पूर्व सांसद अतीक़ अहमद की दर्जनों संपत्तियां कुर्क कर चुका है. पूर्व सांसद अतीक़ अहमद इस समय गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य की सरकारी मशीनरी, बड़े माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ अभियान चला रही है. अतीक़ अहमद के अलावा पूर्वांचल के बाहुबली मुख़्तार अंसारी और उनके सहयोगियों के ख़िलाफ़ भी कई कड़े क़दम उठाए गए हैं.
पिछले महीने ही यूपी सरकार ने लखनऊ में एनेमी प्रॉपर्टी घोषित की गई ज़मीन पर मुख़्तार अंसारी द्वारा किए गए अवैध निर्माण पर बुल्डोज़र चलाया था.
जिसके बाद ख़ुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीधे मुख़्तार अंसारी का नाम लेकर कहा था कि यूपी में माफ़िया के ख़िलाफ़ उनकी सरकार का अभियान चलता रहेगा.
VIDEO में देखें किस प्रकार ढहाई गई अतीक़ अहमद की बिल्डिंग
Leave Your Comment