केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए बीजेपी मुखिया जेपी नड्डा (JP Nadda) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को सेंट्रल डेप्युटेशन पर सर्विस के लिए बुला लिया है. आपको बता दें कि बंगाल में नड्डा समेत बीजेपी के काफिले पर हुए हमले के बाद यह कदम उठाया गया है.
डायमंड हार्बर के एसपी भोलेनाथ पांडे, दक्षिण बंगाल पुलिस के एडीजी राजीव मिश्रा और प्रेसिडेंसी रेंज के डिप्टी आईजी प्रवीण त्रिपाठी को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बंगाल दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात किया गया था. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल दौरे पर गए नड्डा के काफिले पर कथित तौर पर पत्थर और ईंटों से उस वक्त हमला किया गया जब वह गुरुवार को डायमंड हार्बर जा रहे थे. डायमंड हार्बर ममता के भांजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र है.
बीजेपी सुप्रीमो जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से 60 किलोमीटर दूर डायमंड हार्बर जा रहे थे, तभी तृणमूल कांग्रेस के तथाकथित समर्थकों ने उनके काफिले पर हमला बोल दिया. बीजेपी के मुताबिक, तृणमूल समर्थकों ने काफिले में शामिल गाड़ियों को पीटना शुरू कर दिया और लाठी, डंडों, रॉड व पत्थरों से हमला किया. हमले में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष (Dilip Ghosh) सहित काफिले की कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के डीजीपी और मुख्य सचिव को राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर समन भेजकर 14 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि बंगाल में नडृडा के काफिले पर हुए हमले के बाद बवाल बढ़ता जा है और राज्य की कानून-व्यवस्था सवालों के घेरे में है. ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले हफ्ते पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी के मद्देनजर राज्य में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में घमासान शुरू हो गया है. जहां, टीएमसी एक बार फिर सत्ता पर काबिज होना चाहती है, वहीं, बीजेपी 2019 लोकसभा चुनावों में बंगाल में मिली जीत को विधानसभा चुनाव में भी दोहराना चाहती है.
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