Chhath Puja 2020: छठ पूजा (Chhath Puja) के आखिरी दिन शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं ने उगते हुए सूर्य यानी कि सूर्योदय के समय अर्घ्य देकर लोकपर्व का समापन किया. देश भर में अधिकतर लोगों ने पवित्र नदियों के घाटों पर जाकर सूर्य को अर्घ्य दिया. हालांकि इस दौरान कारोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों और गाइडलाइंस की जमकर अनदेखी की गई. कोविड-19 की पाबंदियों के बावजूद लखनऊ में गोमती नदी, वाराणसी और पटना में गंगा नदी के तट के अलावा मुंबई, दिल्ली और भुवनेश्वर के घाट भी श्रद्धालुओं से पटे पड़े थे. हालांकि, कई श्रद्धालु ऐसे भी थे, जिन्होंने घर पर रहकर ही अस्थाई रूप से बनाईं गई बावड़ियों में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देखकर महापर्व छठ का पारण किया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतश कुमार ने भी अपने घर में छठ पर्व मनाया. उन्होंने आज उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया और इससे पहले शुक्रवार को डूबते हुए सूर्य को भी अर्घ्य दिया था.
लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर 1 अणे मार्ग में उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया।https://t.co/PD4AFQaHPM #ChhathPuja #महापर्व_छठ pic.twitter.com/Zc52dBrmBH
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 21, 2020
आपको बता दें कि नीतीश सीएम बनने के बाद से पिछले 15 सालों से इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं. हालांकि अन्य सालों की तरह इस बार वह घाटों का मुआयाना लेने बाहर नहीं निकले. वहीं, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने भी अपने घर बेतिहा में छठ पूजा की.
लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर 1 अणे मार्ग में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। https://t.co/5bykEISpzY #ChhathPuja #महापर्व_छठ pic.twitter.com/hqF37KhmE3
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 20, 2020
चार दिन तक मनाया जाने वाला छठ पर्व सूर्य भगवान को समर्पित है. छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय के साथ होती है. इस दिन पवित्र नदी विशेषकर गंगा में स्नान किया जाता है. दूसरे दिन को खरना कहा जाता है. इस दिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक निर्जला व्रत रखा जाता है. तीसरे दिन मुख्य पर्व छठ पूजा मनाई जाती है. इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. छठ के चौथे व आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन हो जात है.
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