भारत ने चीन से साफ़-साफ़ कहा है कि वो वास्तविक नियंत्रण रेखा के उल्लंघन की अपनी हरकतों से बाज़ आए. रूस की राजधानी मॉस्को में भारत और रूस के रक्षा मंत्रियों की मुलाक़ात हुई. इस बैठक में भारत ने चीन को साफ़ संदेश दिया कि चीन के सैनिक, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बहाल करने के लिए हुए समझौतों का पालन नहीं कर रहे हैं. और इसी वजह से पिछले चार महीनों से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर ज़बरदस्त तनाव बना हुआ है.
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh meeting the Chinese Defence Minister, General Fenghe in Moscow. pic.twitter.com/BDXFAYAVjn
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 4, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर तनाव कम करना दोनों ही पक्षों की ज़िम्मेदारी है. और इसके लिए चीन को सीमा पर शांति बहाली के समझौतों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए.
रक्षा मंत्रियों की ये मीटिंग, चीन की रिक्वेस्ट पर हुई थी. शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए मॉस्को गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे से द्विपक्षीय बातचीत की कोई योजना नहीं थी. ये बात रक्षा मंत्रालय ने राजनाथ के मॉस्को रवाना होने से पहले ही कही थी.
माना जा रहा है कि 10 सितंबर को जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर SCO (Shanghai Co-operation Organization) की बैठक के लिए, मॉस्को जाएंगे. तो, वहां उनकी मीटिंग, चीन के विदेश मंत्री वैंग यी से होगी.
चीन और भारत के रक्षा मंत्रियों की ये सीधी बातचीत LAC पर तनाव को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
29/30 अगस्त की रातोंं चीन के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में भारत की सीमा में घुस कर पैंगॉन्ग झील के किनारे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ब्लैक टॉप नाम की चोटी पर क़ब्ज़ा करने की कोशिश की थी. इसके अगले दिन चीन के सैनिकों ने चुशूल में भी वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करने की कोशिश की थी.
चीन की इन हरकतों को नाकाम करते हुए भारतीय सैनिकों ने अपनी सीमा के हर महत्वपूर्ण मोर्चे पर डेरा जमाते हुए सीमा पर चीन की साज़िश को नाकाम कर दिया था.
तनाव कम करने के लिए दोनों देशों में ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत पांच बार हो चुकी है. मगर, अब तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है. चीन ने अपनी सीमा पर भारी मात्रा में सैनिक और टैंक समेत अन्य हथियारों का जमावड़ा किया हुआ है.
इसे देखते हुए भारत ने भी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है.
लद्दाख में भारतीय सेना की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए आर्मी चीफ़ जनरल एम एम नरवणे ने लद्दाख का दो दिन का दौरा भी किया था. और लोकल कमांडरों से युद्ध संबंधी तैयारी की रिपोर्ट ली थी.
General MM Naravane #COAS visited #Leh and reviewed security situation and operational preparedness along the Line of Actual Control in #EasternLadakh. He complimented troops for the high standards of professionalism and devotion to duty.#IndianArmy#NationFirst pic.twitter.com/g4Qbb9jIXL
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) September 4, 2020
आर्मी चीफ ने लेह और दूसरी फारवर्ड पोस्ट का दौरा करने केबाद कहा था कि भारत के जवानों का हौसला बुलंद है और वो किसी भी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
जनरल नरवणे ने ये भी कहा था कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ज़बरदस्त तनाव बना हुआ है. इसे देखते हुए भारत ने सीमा पर अपनी चौकसी बढ़ा दी है. इसके साथ-साथ भारत ने विरोधी के किसी भी क़दम का जवाब देने के लिए पर्याप्त मात्रा में सैन्य साज़-ओ-सामान भी सीमा पर तैनात कर रखा है.
Leave Your Comment