×

12 वर्ष पूर्व अपहरण के बाद हत्या हो चुकी महिला के जीवित होने का दावा, मां ने कहा-यह मेरी बेटी नहीं

Ashish Shivhare

जालौन (यूपी) 18 Sep, 2020 04:18 pm

जालौन जिले के कालपी के 'जावित्री कांड' में एक नया मोड़ आ गया है. 12 साल बाद घर लौटी जावित्री की मां रज्जो देवी ने दावा किया है कि यह उनकी बेटी नहीं है. उन्होंने तत्कालीन चौकी इंचार्ज और वर्तमान में सीओ कालपी आरपी सिंह पर विरोधियों से मिलकर साजिश को अंजाम देने का आरोप लगाया है.

पीड़िता रज्जो देवी ने तत्कालीन चौकी इंचार्ज एवं वर्तमान में पुलिस उपाधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी बेटी व बेटे के हत्या के समय ये चौकी इंजार्ज थे. इन्‍होंने षड्यंत्र कर मेरे बेटे व बेटी की हत्या करवाई थी. फिर मुझे पता लगा कि फिर पुलिस उपाधीक्षक मेरे विरोधियों के साथ मिलकर पैसे का लेनदेन कर मुझे और मेरे बेटे को मरवाना चाहते हैं. रज्‍जो देवी ने कहा कि यदि मेरे साथ कोई घटना होती है तो इसके जिम्मेदार पुलिस उपाधीक्षक कालपी और मेरी बेटी की हत्या में शामिल आरोपी होंगे.

क्‍या है पूरा मामला 
जालौन जिले के कालपी कोतवाली क्षेत्र में 12 साल पहले अगवा हुई किशोरी जावित्री, पुत्री रज्जो देवी अलीगढ़ में जिंदा मिली. वह अलीगढ़ में अपने पति और बच्चों के साथ रह रही हैं जबकि उसके अपहरण और हत्या के मामले में 9 लोगों को जेल हुई थी, जो फिलहाल जमानत पर हैं.

एसपी यशवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच 2008 में सीबीसीआईडी ने की थी और उन्हीं ने चार्जशीट भी लगाई थी. बता दें कि किशोरी के अपहरण के कुछ दिन बाद एक अज्ञात शव मिला था. जिसकी शिनाख्त जावित्री की मां ने अपनी बेटी के रूप में करते हुए 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया था. पुलिस के मुताबिक प्रतिवादी पक्ष ने जावित्री को ढूंढ निकाला और मंगलवार को जावित्री की ओर से उसके जीवित होने का प्रार्थना पत्र भी कालपी कोतवाली में दिया गया.

सवाल खड़ा यह होता है जब मुकदमे में सजा होने का समय आया तभी पीड़िता की लड़की जिंदा होकर वापस आ गयी. आरोपियों ने कैसे खड़ी कर दी जिंदा पीड़िता की बेटी जबकि पीड़िता उसको जानती भी नहीं. उधर जालौन पुलिस के आला अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार किया. उनका कहना था कि चार्जसीट सीबीसीआईडी ने दाखिल की थी. पूरे मामले में वही जिम्मेदार है.

  • \
Leave Your Comment