नए कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है किसानों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार समर्थन दे रहे हैं. कुछ दिन पहले सीएम केजरीवाल ने सिंघु बॉर्डर का दौरा कर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया था. आम आदमी पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता लगातार किसान आंदोलन में शामिल रहे हैं. अब अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अन्नदाता के समर्थन में सोमवार को वो और उनकी पार्टी के सभी कार्यकर्ता एक दिन का उपवास करेंगे. उन्होंने अपने साथ देश के सभी लोगों से अपील की है कि किसानों के समर्थन में सभी देशवासी एक दिन का उपवास रखें. सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम कर रही है. उन्हें देशद्रोही कहा जा रहा है.
किसानों ने आह्वान किया है कि कल एक दिन का उपवास रखना है। आम आदमी पार्टी इसका पूरा समर्थन करती है। मैं भी कल अपने किसान भाइयों के साथ उपवास रखूँगा। https://t.co/WPyVCf0Vef
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 13, 2020
सीएम केजरीवाल ने कहा कि किसानों के समर्थन में देश के कई खिलाड़ियों ने अपना सम्मान वापस कर दिया है. क्या सरकार उन सभी को एंटी नेशनल कहेगी? क्या देश के वकील और व्यापारी भी एंटी नेशनल हैं जिन्होंने किसानों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है? सीएम केजरीवाल ने कहा कि अन्ना हजारे के आंदोलन को कांग्रेस की सरकार बदनाम करती थी, आंदोलन में शामिल लोगों को एंटी नेशनल कहती थी. ठीक इसी तरह किसान आंदोलन को बीजेपी बदनाम कर रही है. केजरीवाल ने कहा कि केंद्र को अपना अहंकार छोड़कर कानून को वापस करना चाहिए. इस कानून से देश में मंहगाई बढ़ेगा. देश हर व्यक्ति किसानों के साथ है.
AAP के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब तक 11 किसानों की जान जा चुकी है, लेकिन केंद्र सरकार, भाजपा के नेता, मंत्री अहंकार में चूर हैं. सरकार सोचती है कि वे आंदोलन को तोड़ देंगे, बदनाम कर देंगे और किसान घर चले जाएंगे लेकिन सरकार गलतफहमी में है. गोपाल राय ने कहा कि अगर ये किसान माओवादी, आतंकवादी हैं, तो विज्ञान भवन में सरकार वार्ता किनसे कर रही थी- माओवादियों से आतंकवादियों से या खालिस्तानियों से?
नए कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान अपनी मांगों पर डटे हैं. किसान और सरकार की अभी तक जितने दौर की भी बात हुई वो सभी बेनतीजा रही है. किसानों का साफ कहना है कि जबतक सरकार कानून वापस नहीं लेगी वो ना सिर्फ अपना आंदोलन जारी रखेंगे बल्कि आंदोलन को और तेज़ भी करेंगे. इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए 14 दिसंबर सोमवार को किसानों ने एक दिन की भूख हड़ताल का ऐलान किया है. किसानों को इस भूख हड़ताल में अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी का साथ भी मिल गया है.
पिछले 18 दिन से किसान आंदोलन पर बैठे हैं। केंद्र सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मांग मान लेनी चाहिए।
— AAP (@AamAadmiParty) December 13, 2020
कल किसानों ने सामूहिक उपवास का कार्यक्रम रखा है। आम आदमी पार्टी के विधायक, कार्यकर्ता भी कल किसानों के समर्थन में पूरे देश में उपवास करेंगे।- @AapKaGopalRai pic.twitter.com/DTY8zp8yTI
‘AAP’ के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि किसान सोमवार को सामूहिक उपवास करेंगे, उनके समर्थन में बिना झंडा और टोपी के उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी उपवास करेंगे. 14 दिसंबर की सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ITO पार्टी ऑफिस पर उपवास किया जाएगा. गोपाल राय ने कहा कि AAP हर क़दम पर देश के किसानों के साथ खड़ी है.
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