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मुंबई पुलिस के सामने पेश नहीं होंगी कंगना, उद्धव ठाकरे ने कह दी ये बात

Alka Kumari

दिल्ली 26 Oct, 2020 04:26 pm

कुछ दिनों पहले ही बॉलीवुड अभिनेत्री  कंगना रनौत (KANGANA RANAUT)पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज किया गया था. इसके बाद कोर्ट आदेश पर मुंबई पुलिस एक्ट्रेस के खिलाफ FIR दर्ज कर अपनी जांच शुरू की है. इसी कड़ी में मुंबई पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली (RANGOLI) को समन भेजा गया था. लेकिन लंबे समय से
कंगना ने इस समन का कोई जवाब नहीं दिया है, बल्कि वे सोशल मीडिया पर ट्वीट कर मुंबई पुलिस की खिल्ली उड़ा रही थीं. वे उन्हें पप्पू सेना कहकर संबोधित कर रही थी.

अब एक बार फिर एक्ट्रेस कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल को 26 और 27 अक्टूबर को पूछताछ में शामिल होने के लिए मुंबई आने को कहा गया था. लेकिन अब कंगना रनौत के वकील की तरफ से बताया गया है कि अभिनेत्री कंगना और उनकी बहन पूछताछ में शामिल नहीं हो पाएंगी. इस समय कंगनाअपने पैत्रिक स्थान हिमाचल में अपने भाई की शादी में व्यस्त हैं.

इस बात की जानकारी कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने खुद अपने ट्वीट्स के जरिये दी है. रिजवान बताते हैं - मेरी मुब्वकिल कंगना रनौत और रंगोली चंदेल 26 और 27 अक्टूबर को पुलिस स्टेशन नहीं आ पाएंगी. अभी इस समय कंगना  के छोटे भाई की शादी की तैयारियां चल रही हैं. समन को लेकर जवाब दे दिया गया है और हमने 15 नवंबर के बाद का समय मांगा है.
 

कंगना रनौत के वकील ने बताया है पुलिस तक उनका ये जवाब पहुंच चुका है. कानून को ध्यान में रखते हुए सभी फैसले लिए जाएंगे. वकील ने जोर दिया है कि वे अपनी क्लाइंट को बचाने के लिए हर कानूनी रास्ता जरूर अपनाएंगे. कंगना के वकील की तरफ से विस्तार से कुछ भी नहीं बताया गया है.

बता दें कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पिछले कुछ महीनों से अलग अलग मुद्दे पर करने वाले अपने ट्वीट्स से लगातार विवादों में फंसती जा रही है. हाल ही
में उन्होंने मुंबई की तुलना POK से कर अपने फैंस को बेहद नाराज कर दिया था.

अब कंगना की इसी बात पर तंज कसते हुए शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक्ट्रेस कंगना रनौत पर निशाना साधा. सीएम उद्धव ने कहा कि आज हम दस चेहरे का प्रतीकात्मक रावण जलाते हैं. एक चेहरे का कहना है कि मुंबई पीओके (POK) है. मैं कहना चाहूंगा कि अनुच्छेद-370 हट चुका है. अगर हिम्मत दिखानी है तो वहां एक जमीन खरीदने की हिम्मत दिखाओ. आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि आप यहां रोजगार के लिए आते हैं और मुंबई को बदनाम करते हैं. मुंबई पुलिस को बदनाम क्यों किया? ये वही पुलिस है जिसने आपको बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगाई है. जैसे मैं शिवसेना का प्रमुख हूं, वैसे मैं मुंबई पुलिस का भी हूं. पीओके के साथ मुंबई की तुलना पीएम नरेंद्र मोदी (MODI) का अपमान है.


 

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