कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप को लेकर किए गए दूसरे सीरो सर्वे (Sero Survey) की रिपोर्ट सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में कई चौकाने वाली बातें सामने आई हैं. रिपोर्ट के मुताबिक़ देश की एक बड़ी आबादी अब भी कोरोना की चपेट में आ सकती है. कोरोना वायरस को लेकर वर्तमान स्थिति पर केंद्रीय मंत्रालय और नीति आयोग की ओर से मंगलवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस की गई जिसमें डीजी आईसीएमआर (ICMR) बलराम भार्गव ने दूसरे सीरो सर्वे की रिपोर्ट पेश करते हुए जानकारी दी कि अगस्त महीने तक 10 साल से ज़्यादा उम्र का हर 15वां शख्स कोरोना की चपेट में था और अभी इसका प्रकोप और बढ़ेगा.
Highlights of the week
— PIB India (@PIB_India) September 29, 2020
✅51 lakh patients recovered, highest in the world
✅More than 7.30 crore tests conducted
✅77.8 lakh tests conducted last week
✅Considerable population still vulnerable to SARS-CoV-2 reveals ICMR sero-prevalence
Secretary, @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/BSw63yuc3D
डीजी आईसीएमआर बलराम भार्गव ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि सीरो रिपोर्ट में एक बड़ी आबादी कोरोना की चपेट में आने की आशंका है. इससे बचने के लिए उन्होंने 5टी स्ट्रैटिजी अपनाने पर ज़ोर दिया है. 5टी स्ट्रैटिजी यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नॉलजी. आगामी कुछ दिनों में देश में त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है. ऐसे में आईसीएमआर के डीजी ने राज्य सरकारों से अपील की है कि वो लोगों से सतर्कता बरतवाने के लिए सख्ती से पेश आएं. साथ ही आईसीएमआर ने ये आशंका भी जताई है कि सर्दी के मौसम में वायरस और तेज़ी से लोगों को अपना शिकार बनाएगा. लिहाज़ा राज्य सरकारें सर्दी के लिए अभी से नई कंटेनमेंट स्ट्रैटिजी पर काम करना शुरू कर दें.
The country has the capability of conducting over 15 lakh tests a day. We should not be too concerned about the fact that day on day the number of tests have either declined or increased sharply. Around 10 lakh tests conducted everyday in September 2020 - Secretary, @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/TFOzLFa3aA
— PIB India (@PIB_India) September 29, 2020
दूसरी सीरो सर्वे रिपोर्ट मे जहां एक ओर कोरोना के क़हर में इज़ाफ़े की बात कही गई है तो वहीं दूसरी ओर एक दिलचस्प जानकारी भी सामने आई है. रिपोर्ट में सामने आया है कि कोरोना वायरस से ग्रामीण इलाक़े इतने प्रभावित नहीं हैं जितना कि शहरी इलाक़े इसका शिकार बने हैं. खास तौर से शहरी स्लम और शहरी नॉन-स्लम एरिया सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जानकारी देते हुए बताया कि सितंबर महीने में देशभर में करीब 3 करोड़ कोरोना टेस्ट हुए हैं. देश में प्रति 10 लाख आबादी पर टेस्ट की संख्या 50 हजार के आंकड़े को पार कर गई है. साथ ही यह भी कहा कि देश में रिकवरी रेट कोरोना से होने वाली मौत की तुलना में काफ़ी बेहतर है. संक्रमण के मामले में भारत भले ही दूसरे स्थान पर है लेकिन भारत में कोरोना से मृत्यु दर सबसे कम है. भारत में अभी तक 51 लाख लोग पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. इनमें से 10 लाख संक्रमित पिछले 11 दिनों में ठीक हुए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब हर दिन 90,000 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो रहे हैं, जो कि एक्टिव मरीजों की तुलना में पांच गुना अधिक है. आपको बता दें देश में कोरोना संक्रतों का आंकड़ा 60 लाख के पार हो गया है, जबकि इस संक्रमण के कारण 5 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.
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