भारत के पास अगले साल यानी कि 2021 की शुरुआत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की रोकथाम के लिए वैक्सीन होगी और अलग-अलग स्रोतों से इसका इंतजाम किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन (Harsh Vardhan) ने मंगलवार को मंत्रियों के समूह (GoM) की बैठक के दौरान यह बात कही.
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, "हमें उम्मीद है कि अगले साल हमारे पास देश में एक से ज्यादा स्रोतों से वैक्सीन उपलब्ध होगी. हमारा विशेषज्ञों का समूह उन नीतियों पर काम कर रहा है जिसके तहत यह निर्धारित किया जाएगा कि किस तरह देश में वैक्सीन का वितरण किया जाए."
आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने भी कहा है कि इस साल के अंत या जल्द से जल्द अगले साल की शुरुआत तक एक वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए तैयार होगी.
सौम्या स्वामीनाथन के मुताबिक, "जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे पास वैक्सीन के 40 ऐसे उम्मीदवार हैं जो क्लिनिकल ट्रायल के किसी न किसी चरण पर हैं. इनमें से 10 वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल पर पहुंच गईं हैं, जो कि ट्रायल का अंतिम चरण होता है. इस चरण पर ही हमें इन वैक्सीन की प्रभावपूर्ण क्षमता और महामारी से सुरक्षा के बारे में पता चलेगा."
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा था कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर डेटा इकट्ठा कर रही है ताकि जब वैक्सीन तैयार हो जाए तो पारदर्शी और उचित तरीके से उसका वितरण किया जा सके.
साप्ताहिक संडे संवाद के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को बताया कि वैक्सीन जिन लोगों को पहले लगाई जाएगी उनका निर्धारण किस आधार पर किया जाएगा. उनके मुताबिक, "जोखिम वाले समूह और संक्रमण के जोखिम वाले समूह को प्राथमिकता दी जाएगी. भारत जैसे बड़े देश में प्राथमिकता के आधार पर ही टीकाकरण की तैयारी जरूरी है, न कि एक लाइन से सबको टीका लगा दिया जाए."
कितनी वैक्सीन उपलब्ध होंगी इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को कहा कि देश की जनसंख्या के आकार को देखते हुए भारत को एक से ज्यादा वैक्सीन बनाने वाले निर्मार्ताओं से टाई-अप करना होगा ताकि हर किसी को वैक्सीन मिल सके. उन्होंने कहा, "भारत में कोरोनवायरस की जितनी भी वैक्सीन पर काम चल रहा है वे ट्रायल के पहले, दूसरे या तीसरे चरण में हैं. मरीजों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन को आपातकालीन स्वीकृति देने के लिए पारदर्शी डेटा की जरूरत है."
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने त्योहारों के सीजन के मद्देनजर भी लोगों से कोरोना वायरस को देखते हुए अपील की. उन्होंने कहा, "मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने लोगों की रक्षा करूं. जीवन को बचाऊं और उन्हें खत्म न करूं. कोई भी धर्म या भगवान यह नहीं कहता है कि आपको आडंबरपूर्ण तरीके से जश्न मनाना है. अपने विश्वास को साबित करने के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित होने की आवश्यकता नहीं है."
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन पिछले कई सप्ताह से साप्ताहिक वेबिनार करते हैं, जिसे संडे संवाद नाम दिया गया है.
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