मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में ऐसे 51 लाख लोगों की पहचान कर ली गई है, जिन्हें केंद्र सरकार की "प्राइऑरिटी कैटगरी" के आधार पर कोविड-19 (Covid-19) का टीका पहले लगाया जाएगा.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में वर्तमान में कोविड-19 वैक्सीन की 74 लाख डोज़ के स्टोरेज की व्यवस्था कर ली गई है. उन्होंने यह भी कहा कि एक हफ्ते के अंदर-अंदर इस स्टोरेज क्षमता को डेढ़ करोड़ तक बढ़ा लिया जाएगा.
केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीन के लिए जिन 51 लाख लोगों की पहचान की गई है उनका रजिस्ट्रेशन हो चुका है और उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजकर वैक्सीन लगवाने की तारीख, समय और स्थान की जानकारी दे दी जाएगी.
उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना की स्थिति में सुधार हुआ है. संक्रमण दर 1 फीसदी से नीचे आ गई है. लेकिन अब हर कोई वैक्सीन का इंतजार कर रहा है. दिल्ली सरकार ने सारे इंतजाम कर लिए हैं वह केंद्र सरकार से वैक्सीन की डोज लेने और उसे स्टोर करने के साथ ही चिन्हित किए गए लोगों को लगाने के लिए तैयार है."
Delhi govt is fully prepared for COVID vaccination https://t.co/ywMxsQOBgN
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 24, 2020
आपको बता दें कि दिल्ली की वैक्सीन रणनीति पर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ हुई उच्च स्तीरय बैठक के बाद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की "प्राइऑरिटी कैटगरी" तीनों भागों में विभाजित है- स्वास्थ्य कर्मचारी, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्ग या 50 से कम उम्र के को-मॉर्बिडिटी वाले लोग.
केजरीवाल के मुताबिक, "दिल्ली सरकार ने केंद्र की प्राइऑरिटी लिस्ट के अनुसार, लाभार्थियों की पहचान कर ली है. पहले कैटेगरी में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स को मिलाकर करीब 3 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स हैं. पुलिस, सिविल डिफेंस, नगर निगम में काम करने वाले लगभग 6 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स दूसरी कैटेगरी में हैं. तीसरी कैटेगरी में 42 लाख लोग होंगे. ये वो लोग हैं जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है या उम्र 50 से कम हैं मगर को-मॉर्बिडिटी वाले हैं."
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के कुल 51 लाख लोगों को शुरुआती चरण में टीका लगेगा. चूंकि वैक्सीन डबल डोज वाली है, इसका मतलब इनके लिए 1.02 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी.
इसी के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह भी बताया कि वैक्सीन की डोज लगाने के लिए पर्याप्ट सेंटर बनाए जाएंगे. उनके मुताबिक, "अगर वैक्सीन लगाने से किसी को कोई साइड-इफेक्ट हुआ तो हमारे पास विशेषज्ञों की टीम भी है जो ऐसे लोगों के इलाज के लिए तैयार है."
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