गृहमंत्री अमित शाह के दो दिन के बंगाल दौरे के बाद आज राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि "भाजपा चीटिंगबाज़ पार्टी है" और सत्ता के लिए वो कुछ भी कर सकती है. अमित शाह के सवालों पर उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को झूठ बोलना शोभा नहीं देता और मैं उनके सवालों का जवाब कल दूंगी. ममता ने कहा कि वो 28 दिसंबर को एक प्रशासनिक बैठक में शामिल होने बीरभूम जाएंगी और 29 तारीख को वहां एक रैली करेंगी.
दरअसल, बीरभूम के बोलपुर में रविवार को शाह ने एक रोड शो किया था, जहां उन्होंने कहा था कि बंगाल शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास में पिछड़ता जा रहा है और भ्रष्टाचार, परिवारवाद और राजनीतिक हिंसा में नंबर वन बनता जा रहा है.
ममता बनर्जी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गृह मंत्री के सभी आरोपों का जवाब दिया और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की 'द्वारे सरकार योजना' जिसे 1 दिसंबर 2020 से शुरू किया गया था, वह 25 जनवरी 2021 तक चलेगी. उन्होंने बताया कि करीब 20 हजार कैंप बनाए गए हैं. यह भारत में एक नया मॉडल है. सरकार की 12 स्कीम इसके तहत चल रही हैं जिसमें स्वस्थ साथी, कन्याश्री, रुपोश्री और 100डिनेरकाज शामिल हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि गलत तथ्य बोलकर अमित शाह बंगाल के लोगों का अपमान न करें.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी पार्टी टीएमसी की उपलब्धियां गिनाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ ब्लॉक्स में सभी आईएएस, जिलाधिकारी, WBCS और अन्य सरकारी अफसर रात के 9 बजे तक काम कर रहे हैं. 20 दिसंबर 2020 तक करीब 1 करोड़ 12 लाख लोग 11,056 कैंपों में शामिल थे. सारे वॉलंटियर्स, डीएम, एसडीओ और पुलिस 1 करोड़ लोगों की मदद कर रहे हैं.
ममता बनर्जी ने एनआरसी और सीएए पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हम सीएए का तभी से विरोध कर रहे हैं, जब से ये कानून पास किया गया. भाजपा लोगों का भविष्य तय नहीं कर सकती है, लोगों को अपना भविष्य खुद तय करने दें. ममता ने कहा हम सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में हैं. किसी भी शख्स को देश छोड़ने की जरूरत नहीं है.
आपको बता दें कि बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और बीजेपी इस बार के चुनाव में दीदी का किला तहत-नहस करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रही है. बीजेपी के सभी दिग्गज नेताओं ने इस समय बंगाल पर अपना ध्यान केंद्रित किया हुआ हैं. खुद गृह मंत्री अब तक दो बार बंगाल का दौरा कर चुके हैं और चुनाव होने तक हर महीने वहां जाने का ऐलान कर चुके हैं. बीजेपी बंगाल में 200 सीटें जीतने का लक्ष्य साथ लेकर चल रही है.
बंगाल में 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को दो सीटें मिली थीं. वोट शेयर 17 फीसदी से ज्यादा रहा था. 2016 के विधानसभा चुनाव में वह सिर्फ 3 सीटें जीत सकी थी, जबकि वोट शेयर 10 फीसदी रहा था. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 18 सीटें जीतने में कामयाब रही और वोट शेयर 40.64 फीसदी जा पहुंचा. इसी आधार पर बीजेपी को उम्मीद है कि अगर राज्य में जीन-जान से मेहनत की जाए तो पश्चिम बंगाल में कमल खिलाया जा सकता है.
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