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DCGI ने दी दो वैक्सीन को मंज़ूरी, कभी भी शुरू हो सकता है कोविड टीकाकरण

Babita Pant

नई दिल्‍ली 03 Jan, 2021 07:08 pm

भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने Covid-19 महामारी के ख़िलाफ़ दो वैक्सीन के इस्तेमाल को मंज़ूरी दे दी है. DCGI के महानिदेशक वीजी सोमानी ने इसकी घोषणा की और बताया कि ऑक्सफोर्ड एस्ट्राज़ेनेका की कोविशील्ड के साथ स्वदेशी कोविड टीके, कोवैक्सिन को भी इमरजेंसी यूज़ की इजाज़त दे दी गई है. सोमानी ने भरोसा दिलाया कि दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह सेफ हैं और लोग इन्हें लेकर अफ़वाहों पर ध्यान न दें.

कोवैक्सिन और कोविशील्ड को इजाज़त मिलने पर प्रधानमंत्री ने देश को बधाई दी और विश्वास जताया कि जल्द ही वैक्सीनेशन शुरू करके भारत कोविड-19 महामारी पर जीत हासिल करेगा.

ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन भारत का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया कर रहा है. उसके प्रमुख अदार पूनावाला ने बताया कि उनकी वैक्सीन की पांच करोड़ डोज़ तैयार है और वो देश को जुलाई महीने तक इसकी तीस करोड़ डोज़ की आपूर्ति करने को भी तैयार हैं.

वहीं, भारतीय कंपनी भारत बायोटेक की अब तक 70 लाख डोज़ तैयार हैं. इसके भी इमरजेंसी यूज़ की इजाज़त मिल गई है. भारत को अगस्त महीने तक दोनों ही वैक्सीन की लगभग साठ करोड़ डोज़ की ज़रूरत होगी. क्योंकि इंडिया ने अगस्त महीने तक 30 करोड़ लोगों को कोविड का टीका लगाने का लक्ष्य रखा है. हर व्यक्ति को वैक्सीन की दो डोज़ देनी होगी.

भारत द्वारा दो वैक्सीन को इमरजेंसी यूज़ की इजाज़त देने का फ़ायदा कई विकासशील देशों को मिलेगा, जो बेहद कम तापमान में स्टोर की जाने वाली वैक्सीन का बोझ नहीं उठा सकते हैं.

कोवैक्सिन और कोविशील्ड को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही स्टोर किया जा सकता है, जो किसी सामान्य टीके के लिए ज़रूरी कोल्ड चेन की मदद से संभव है. वैक्सीनेशन कार्यक्रम की सफलता कोल्ड चेन पर ही निर्भर करती है.

भारत में सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. क़रीब तीन करोड़ वर्कर्स को ये वैक्सीन मुफ़्त दी जाएगी. इसके बाद अगले चरण में 27 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन, बाक़ी लोगों को वैक्सीन मुफ़्त मिलेगी या इसके लिए कोई क़ीमत अदा करनी होगी, अभी ये बात साफ नहीं है.

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