रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा को इकतरफ़ा तरीक़े से बदलने की चीन की कोशिश क़तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सीमा पर चीन के साथ तनाव को लेकर राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया. संसद के सामने रक्षा मंत्री ने माना कि लद्दाख में भारत के सामने चुनौती बड़ी है. लेकिन, रक्षा मंत्री ने सदन को ये भरोसा भी दिया कि भारत की सेना के साथ देश की जनता खड़ी है. ऐसे में किसी भी दुश्मन की हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना पूरी तरह से तैयार है.
यह समय है जब यह सदन अपने सशस्त्र सेनाओं के साहस और वीरता पर पूर्ण विश्वास जताते हुए उनको यह संदेश भेजे कि यह सदन और सारा देश सशस्त्र सेनाओं के साथ है जो भारत की संप्रभुता एवं सम्मान की रक्षा में जुटे हुए हैं: रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 15, 2020
रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान चीन ने कई बार भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की है. लेकिन, भारतीय सेना के जवानों ने चीन की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है.
रक्षा मंत्री ने संसद को बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी मई महीने से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा में बदलाव की कोशिश कर रही है. मगर, इंडियन आर्मी की मुस्तैदी से चीन की हर कोशिश नाकाम की जा चुकी है. सर्दियों में भी सीमा की रक्षा के लिए हमारे जवान तैयार हैं. और सेना को बर्फ़ीली चोटियों पर मोर्चेबंदी के लिए हर ज़रूरी सामान, हथियार और गोला बारूद मुहैया कराया जा रहा है.
उनके लिए बर्फीली ऊॅंचाइयों के अनुरूप विशेष प्रकार के गरम कपड़े, उनके रहने का specialised tent तथा उनके सभी अस्त्र-शस्त्र एवं गोला बारूद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। हमारे जवानों की यह प्रतिज्ञा सराहनीय है: रक्षा मंत्री
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 15, 2020
रक्षा मंत्री ने संसद को बताया कि सरकार ने चीन को कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से बता दिया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने का प्रयास भारत क़तई मंज़ूर नहीं करेगा.
रक्षा मंत्री ने 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय सेना के जवानों की शहादत को याद करते हुए कहा कि आर्मी के जवानों ने अपनी वीरता से चीन को भी भारी नुक़सान पहुंचाया. पिछले दिनों अमेरिकी पत्रिका न्यूज़वीक ने चाइना के सूत्रों के हवाले से कहा था कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साठ जवान मारे गए थे.
राजनाथ सिंह ने इस संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इस दौरे से भारतीय सेना के बीच ये संदेश गया कि पूरा देश उनके साथ है. इसी वजह से इंडियन आर्मी के हौसले बुलंद हैं. और वो दुश्मन की किसी भी गुस्ताख़ी का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
Making a Statement in the Lok Sabha https://t.co/WhKvacGV1L
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 15, 2020
रक्षा मंत्री ने अगस्त के आख़िरी हफ़्ते में चीन के सैनिकों की घुसपैठ की जानकारी भी संसद को दी. राजनाथ सिंह ने लोकसभा को बताया कि 29/30 अगस्त की रात को जब चीन के सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी, तो भारतीय जवानों ने संयम बरतने के साथ साथ पूरी मज़बूती से चीन के सैनिकों को पीछे जाने को मजबूर किया.
इस पूरी अवधि के दौरान हमारे बहादुर जवानों ने, जहाँ संयम की जरूरत थी वहां संयम रखा तथा जहाँ शौर्य की जरुरत थी, वहां शौर्य प्रदर्शित किया।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 15, 2020
मै सदन से यह अनुरोध करता हूँ कि हमारे दिलेरों की वीरता एवं बहादुरी की भूरि-भूरि प्रशंसा करने में मेरा साथ दें। pic.twitter.com/WVKQsDUuZt
राजनाथ सिंह ने ये भी बताया कि 7 सितंबर को चीन के सैनिकों ने सीमा पर हवा में गोलियां चला कर भारत के साथ 1993 और 1996 के सीमा समझौतों को तोड़ा है.
हालांकि, लोकसभा में राजनाथ सिंह के बयान के फ़ौरन बाद कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की. लेकिन, स्पीकर के इजाज़त न देने पर कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सदन में विपक्ष की आवाज़ को उस समय दबाया जा रहा है, जब पूरा देश सेना के साथ खड़ा है.
LIVE: Congress Party Media Byte by Shri @adhirrcinc, Shri @GauravGogoiAsm and Shri @rssurjewala outside Parliament https://t.co/r0ouuACykR
— Congress (@INCIndia) September 15, 2020
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रक्षा मंत्री के बयान से पीएम मोदी के उस झूठ का पर्दाफ़ाश हो गया है, जो उन्होंने पूरे देश से बोला था. और कहा था कि हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है.
राहुल गांधी ने सरकार से पूछा कि आख़िर चीन ने भारत की जिस ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया है, उसे कब वापस लिया जाएगा?रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 15, 2020
हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।
लेकिन मोदी जी,
आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे?
चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे?
चीन का नाम लेने से डरो मत।
हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष से अपील की कि सदन को एक ऐसा प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित करना चाहिए कि पूरा देश इस समय सेना के साथ खड़ा है.
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