26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड की आड़ में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 200 लोगों को हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. मंगलवार को हुई हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. बुराड़ी और वजीराबाद के एसएचओ भी जख्मी हैं. इस मामले में अब तक 22 FIR दर्ज की जा चुकी है. किसान नेताओं पर भी मुकदमें दर्ज किए गए हैं. एफआआर में किसान नेता बलजीत सिंह रजवाल, दर्शन पाल, योगेंद्र यादव और गौतम सिंह आदि के नाम हैं.
लाल किले में डकैती का मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश के साथ लाल किले में डकैती का मामला दर्ज किया है. राजधानी के कोतवाली थाने में 10 से ज्यादा विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. इसमें धारा 395, धारा 397 और धारा 120b जैसी गंभीर आपराधिक धाराएं भी शामिल हैं. शिकायत के मुताबिक, लाल किले के अंदर आपराधिक साजिश के तहत डकैती डाली गई और वहां से कुछ सामान भी ले जाया गया.
कौन है लाल किले पर खालसा पंथ का झंडा फहराने वाला शख्स
जिस लाल किले पर प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं उस पर एक शख्स ने 26 जनवरी के दिन खालसा पंथ का झंडा फहरा दिया. शख्स की इस हरकरत से देश के सभी लोग हैरान हैं. पुलिस ने इस मामले की जांच की. काफी जांच पड़ताल के बाद पुलिस को यह पता चला कि झंडा लहराने वाले उपद्रवी का नाम जुगराज सिंह है और वह पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है.
योगेंद्र यादव ने दी सफाई
किसानों की ट्रैक्टर रैली की हाड़ में हुई पर किसानों के प्रतिनिधि योगेंद्र यादव ने सफाई दी है. उन्होंने फेसबुक लाइव के जरिए अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू का खालिस्तानी रुझान सबको पहले से पता था, लेकिन जिस तरह से वो लाल किले पर बाकायदा माइक लेकर लोगों को संबोधित कर रहे थे, वो अपने आप में कई सवाल खड़े करता है. यादव ने कहा कि इस हिंसा से किसान संगठनों को ये सबक मिला है कि अब ऐसे अलगाववादी तत्वों को किसी भी हाल में ठिकाने लगाना होगा, वरना किसान आंदोलन आगे चल नहीं पाएगा.
Leave Your Comment