दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) शोध और अनुसंधान कार्यों को प्रोत्साहन देगा. इसके लिए छह नए इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (Institute of Eminence) खोले जाएंगे. डीयू की इस पहल से यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को विश्व स्तरीय शोध और अनुसंधान के मौके प्राप्त होंगे. साथ ही डीयू (DU) के स्टूडेंट अन्य विश्व प्रसिद्ध संस्थानों के साथ भी रिसर्च कर सकेंगे.
दिल्ली विश्वविद्यालय के विशेष कार्य अधिकारी प्रोफेसर आशुतोष भारद्वाज के मुताबिक विश्वविद्यालय में छह नए केंद्रों के लिए निदेशक समेत अन्य पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है. बहुत जल्द ये केंद्र कार्य करने लगेंगे.
दरअसल, केंद्र सरकार ने एक इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस योजना शुरू की है. इसका उद्देश्य भारत को रिसर्च एजुकेशन के वैश्विक केंद्र के रुप में विकसित करना है. केंद्र सरकार इस योजना के तहत संबंधित संस्थानों को आर्थिक मदद भी देगी. इनमें आईआईटी दिल्ली समेत अन्य संस्थान भी शामिल हैं. साल 2019 में डीयू को भी इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस का दर्जा मिल चुका है.
दिल्ली विश्वविद्यालय की एक अहम बैठक में भी इन रिसर्च इंस्टीट्यूट केंद्रों को जल्द शुरू करने पर चर्चा हुई है. दिल्ली विश्वविद्यालय में जो नए शोध केंद्र खोले जाने हैं उनमें स्कूल आफ क्लाइमेंट चेंज एंड सस्टेनिबिलिटी शामिल हैं. इसके अंतर्गत भारत में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और कारणों पर शोध होगा.
डीयू में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ भी शुरू किया जाएगा. इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधारों के लिए अध्ययन किया जाएगा.
इसके अलावा डीयू में स्कूल ऑफ गवर्नेंस एंड पब्लिक पॉलिसी, स्कूल ऑफ ट्रांसनेशनल अफेयर्स और स्कूल ऑफ स्किल इनहांसमेंट शुरू किया जाएगा. स्कूल ऑफ स्किल इनहांसमेंट के तहत कौशल दक्षता के संबंध में शोध होगा.
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