यूपी के बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव में एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में ताबड़तोड़ फ़ायरिंग करके एक युवक को मौत के घाट उतार दिया गया. बताया जा रहा है कि विवाद बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह के क़रीबी धीरेंद्र सिंह और जयप्रकाश नाम के एक शख्स के दरमियान सरकारी कोटे की दुकान को लेकर था. विवाद सुलझाने के लिए सीओ चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह और एसडीएम सुरेश पाल पहुंचे थे. उनके सामने ही लाठी- डंडे, और ईंट-पत्थर भी चले.
बलिया में भरी पंचायत में SDM और CO के सामने BJP नेता धीरेंद्र सिंह ने एक आदमी की गोली मारकर हत्या कर दी है..राम राज में ये बात बहुत छोटी हो सकती है..लेकिन सोचिए जो 'सरकार' के सामने हत्या कर सकते हैं..उनके सिर पर सत्ता का नशा किस कदर चढ़ा होगा..#Balia pic.twitter.com/f2nq7AgVuy
— Pragya Mishra (@PragyaLive) October 15, 2020
पुलिस के मुताबिक विवाद बढ़ने पर धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश के सीने में 4 गोलियां दाग़ दीं और फ़रार हो गया. तुरंत ही स्थानीय लोग जयप्रकाश को लेकर सीएचसी गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जबकि मृतक के बेटे का कहना है कि सीओ, इंस्पेक्टर और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसके पिता को गोली मारी गई. पुलिस खड़ी तमाशा देखती रही और आरोपी फरार हो गया. फिलहाल आरोपी के खिलाफ़ बलिया के रेवती थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके अलावा 8 नामज़द और 25 अज्ञात के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.
घटना के बाद से ही इलाके में अफरा-तफरी मची है. मौके में कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर ट्वीटर पर शेयर कर दिया जिसके बाद घटना पर अब सियासी बयाबाज़ी भी शुरु हो गई है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, दोनों ही राज्य में कानून व्यवस्था का प्रशन उठा रहे हैं और बीजेपी की योगी सरकार पर सवालिया निशान लगा रहे हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को गुंडागर्दी का लाइसेंस है. जब शासक अपराधी हो, कानून गुंडों की दासी हो तो संविधान को रौंदना राजधर्म बन जाता है.
यू.पी में भाजपाईयों को गुंडागर्दी का लाइसेन्स!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 15, 2020
जब शासक अपराधी हों,
क़ानून गुंडों की दासी हो,
तो संविधान को रौंदना राजधर्म बन जाता है। https://t.co/YR6tMfj1IA
वहीं समाजवादी पार्टी ने कहा है कि राज्य में गुंडों के हौसले बुलंद हैं, वो खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं. बलिया में एसडीओ और सीओ की मौजूदगी में हुई ये घटना उसी का नतीजा है. पुलिस की मौजूदगी में आरोपी फरार भी हो जाता है और पुलिस सिर्फ तमाशा देखती रहती है.
विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का बीजेपी ने भी तुरंत जवाब दिया है. बलिया के बीजेपी जिलाध्यक्ष जय प्रकाश शाह ने कहा कि आरोपी धीरेंद्र सिंह बीजेपी में किसी पद पर नहीं है. जबकि आरोपी धीरेंद्र सिंह के फेसबुक अकाउंट के मुताबिक़ वह 2011 से राजनीति में सक्रिय है और खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता है.
फिलहाल आजमगढ़ डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे घटनास्थल पहुंच गए हैं. इस बीच, बलिया पुलिस अधीक्षक को घटनास्थल पर ही रहने का निर्देश दिया गया है.
रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे के दुकान के आवंटन के समय हुये विवाद को लेकर गोली मार कर हत्या कर देने के संबंध में पुलिस अधीक्षक बलिया की बाईट।@Uppolice @adgzonevaranasi @digazamgarh pic.twitter.com/26Y78LoNMT
— Ballia Police (@balliapolice) October 15, 2020
जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक बलिया के एसपी मौके पर ही रहेंगे. गांव में अभी तनाव बना हुआ है. एसीएस अविनाश के. अवस्थी ने बताया कि बलिया में हुई घटना के मामले में मुख्यमंत्री ने एसडीएम समेत वहां मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं. दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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