दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी (Satish Dwivedi) की चुनौती स्वीकार कर ली है. इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा है कि अब चुनौती को वापस मत लेना. सिसोदिया ने कहा है कि वह 22 दिसंबर, मंगलवार को लखनऊ में मौजूद रहेंगे और शिक्षा के मुद्दे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर किसी भी मंत्री से बहस के लिए तैयार हैं.
आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को ऐलान किया था कि उनकी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) 2022 में यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. अपने इस ऐलान के साथ केजरीवाल ने कहा था कि अगर यूपी की जतना उनकी पार्टी को चुनेगी तो दिल्ली की ही तरह वहां भी अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं, स्कूल, प्रशासन और कानून-व्यवस्था का राज होगा.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ शिक्षा मंत्री का कार्यभार संभाल रहे मनीष सिसोदिया ने अब सतीश द्विवेदी की चुनौती का जवाब देते हुए कहा है, "बीजेपी के नेता स्कूल मॉडल पर बहस करना चाहते हैं. उन्होंने मुझे यूपी आने के साथ-साथ खुली बहस की चुनौती दी है. मैं दोनों चुनौतियों को स्वीकार करता हूं. मैं अगले मंगलवार 22 दिसंबर को लखनऊ में मौजूद रहूंगा. प्लीज मुझे बता दीजिएगा कि कहां आना है और मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, यूपी के शिक्षा मंत्री या किससे बहस करनी है. दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सरकार स्कूलों को लेकर खुली बहस हो जाए. मेरा एक अनुरोध है कि अब चुनौत को वापस मत लेना."
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में किया गया आपका काम देखने का निमंत्रण भी मुझे स्वीकार है. आप 10 ऐसे स्कूलों की लिस्ट बता दीजिए जिन्हें BJP सरकार ने 4 साल में सुधारा हो. जहां नतीजे सुधरे हों, बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में निकले हों. मैं इन स्कूलों में आपका काम देखने आना चाहूँगा.
— Manish Sisodia (@msisodia) December 16, 2020
सिसोदिया ने कहा, "गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और शिक्षकों को आजादी देने से स्कूल अच्छे हो जाते हैं. दिल्ली सरकार पहली और एकमात्र ऐसी सरकार है जिसने अपने बजट का 25 फीसदी स्कूलों पर खर्च किया है... उत्तर प्रदेश में स्कूल बुरी स्थिति में हैं. मैं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश के स्कूलों की दशा सुधारें. अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो लोग AAP को सत्ता में काबिज कर देंगे और फिर हम राज्य में शिक्षा की स्थिति को बदल देंगे."
सिसोदिया के चुनौती स्वीकार किए जाने पर अभी यूपी सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
आपको बता दें कि पिछले महीने हावर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ एजुकेशन (HGSE) ने अपने अंतरराष्ट्रीय एजुकेशन वीक के दौरान मनीष सिसोदिया को बतौर गेस्ट स्पीकर आमंत्रित किया था. उस दौरान सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के हैपिनेस करिकुलम पर ऑनलाइ पैनल डिस्कशन में अपनी बात रखी थी.
Leave Your Comment