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दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण का डबल अटैक, एक हफ्ते में 400 से ज्यादा मौत

Fauzia

नई दिल्‍ली 09 Nov, 2020 11:29 pm

दिल्ली में कोरोना भयानक तौर पर जानलेवा होता जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक़ 1-7 नवंबर तक दिल्ली में कोरोना के चलते 427 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हर रोज़ दर्ज होने वाले आंकड़ों में दिल्ली का ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. हर रोज़ कोरोना से मरने वालों का बढ़ता आंकड़ा चिंता का विषय है.

दिल्ली में कोरोना के ताकतवर होने की बड़ी वजह प्रदूषण को माना जा रहा है. दिल्ली की हवा में इस समय ज़हर घुला हुआ है. दिल्ली में सोमवार को कोहरा छाए रहने से शहर के कई हिस्सों में विजिबिलिटी 400 मीटर तक ही रह गयी जबकि एयर क्विलिटी लगातार पांचवें दिन भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है. सरकारी एजेंसियों और विशेषज्ञों ने कहा कि हवा की गति धीमी रहने और पराली जलने की वजह से हवा लगातार खराब हो रही है और इसी वजह से कोरोना वायरस हवा में ज्यादा देर तक ज़िंदा रह रहा है और लोगों को अपना शिकार बना रहा है.

मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता सुधरने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है. अगर दिल्ली में दिवाली में होने वाले प्रदूषण को नहीं भी जोड़ा जाए तो इस वक़्त दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच चुकी है. अगर लोग दिवाली पर पटाखे जलाते हैं तो प्रदूषण का स्तर गंभीर से ‘बेहद गंभीर’ यानी आपात वाली श्रेणी में पहुंच जाएगी. हालांकि एनजीटी ने दिल्ली एनसीआर में 9-10 नवंबर मध्यरात्रि से लेकर 30 नवंबर मध्यरात्रि तक सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है लेकिन इस गंभीरता को आम जनता को भी समझना होगा.

बढ़ते प्रदूषण की वजह से ही दिल्ली और एनसीआर में कोरोना भी ताकतवर हो रहा है. दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोरोना के आंकड़ों पर ही नजर डालें तो सिर्फ नवंबर महीने में 46 हजार 159 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि दिल्ली में महज एक हफ्ते में 400 से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं. रविवार को दिल्ली में 7745 नए केस सामने आए थे, जो एक दिन का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.

मौत के आंकड़ों पर नज़र दौड़ाई जाए तो दिल्ली में कोरोना से सबसे ज़्यादा मौत जून महीने में हुई थीं. जून महीने में दिल्ली कोरोना की गंभीर चपेट में थी. उस समय दिल्ली में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत थी और मौत की दर 7 प्रतिशत को पार कर गई थी. कोरोना से दिल्ली में 9 नवंबर की सुबह तक 6989 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें 2247 मरने वालों की संख्या जून महीने की है.

मौत के बढ़ते मामलों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि एक मौत भी दुखद है. लेकिन दिल्ली में एक दिन का आंकड़ा देखना सही नहीं होगा. दिल्ली में डेथ रेट 1.59 फीसदी है, जो देश के डेथ रेट से थोड़ा ही ज्यादा है. दिल्ली में संक्रमण दर 15.26 प्रतिशत हो गया है.

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