चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता इमरती देवी (Imarti Devi) पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath) को बुधवार को नोटिस भेजा है. इसी के साथ चुनाव आयोग (Election Commission) ने नोटिस का जवाब देने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को 48 घंटे का समय दिया है.
कमलनाथ के बयान पर आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग ने नोटिस में लिखा है कि मध्य प्रदेश में उप चुनावों को देखते हुए आचार संहिता लागू है. इसके मद्देनजर कोई भी पार्टी ऐसी किसी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकती जिससे दो जातियों या समुदाय के बीच व्याप्त भेदभाव को हवा मिले या वैमनस्य पनपे.
दरसअल, रविवार को ग्वालियर के डाबरा में एक चुनावी बैठक के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस प्रत्याशी बेहद साधारण इंसान हैं, जबकि विपक्षी उम्मीदवार "आइटम" हैं. आपको बता दें कि 3 नवंबर को एमपी में उप चुनाव होंगे और बीजेपी ने डाबरा से इमरती देवी को मैदान में उतारा है.
कमलनाथ ने मंच से कहा था, "सुरेंद्र राजेश हमारे उम्मीदवार हैं, सरल स्वभाव के सीधे-साधे हैं. यह उसके जैसे नहीं है, क्या है उसका नाम? मैं क्या उसका नाम लूं आप तो उसको मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं, आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, 'यह क्या आइटम है'."
बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विरोध भी दर्ज किया.
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कमलनाथ के बयान को खारिज करते हुए उसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कमलनाथ से उनके बयान पर सफाई मांगी है.
इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कमलाथ के बयान की निंदा करने और उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटाने की मांग भी की है.
वहीं, कमलनाथ ने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा था कि उन्होंने कुछ भी अमर्यादित नहीं कहा है.
उन्होंने कहा था, "आइटम कोई आपत्तिजनक शब्द नहीं है. मुझे इस मौके पर नाम याद नहीं आ रहा था तो मैंने कह दिया, वो जो यहां की आइटम हैं." पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने बयान के समर्थन में आगे दलील देते हुए कहा, "जब लोकसभा में लिस्ट आती है तो उस पर लिखा होता है आइटम नंबर-1... विधानसभा में आती तो लिखा होता है आइटम नंबर-1... आइटम कोई दुर्भावना से या असम्मानित दृष्टि से मैंने नहीं कहा...आइटम कोई असम्मानित शब्द नहीं है..."
कमलनाथ के मुताबिक, "आइटम का प्रयोग तो आम होता है. ये तो संसद का शब्द है... ये विधानसभा में आता है... आज आप कोई प्रोग्राम देखते हैं, आज मेरा आइटम नंबर वन ओमकारेश्वर है... तो ये क्या असम्मानित हो गया... ये मैं नहीं समझता, पर उनको कहने लायक कुछ नहीं.. किसी ना किसी तरह जनता का ध्यान भटकाना ही उनका लक्ष्य है."
बहरहाल, जो भी हो पहले से हाशिए पर चल रही कांग्रेस ने बैठे बिठाए बीजेपी को मुद्दा दे दिया है.
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