संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत हो गई. सुबह लोकसभा की बैठक हुई, तो शाम को राज्यसभा की कार्यवाही चली. कोरोना वायरस के चलते ऐसी व्यवस्था की गई है कि एक समय में एक ही सदन की बैठक हो. ऐसा भी पहली बार हुआ जब सांसदों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दर्शक दीर्घा में भी बैठाया गया. लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने सांसदों को ये इजाज़त दी थी कि वो अपनी सीट पर बैठे बैठे अपनी बात कह सकते हैं. इससे पहले सांसदों को अपनी बात खड़े होकर कहना होता था.
पहले दिन लोकसभा ने दो विधेयकों को मंज़ूरी दी. इनके नाम हैं:
1. नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी बिल, 2020
2. नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन बिल 2020
पहले दिन की कार्यवाही में लोकसभा के 359 सदस्यों ने हिस्सा लिया. सरकार के कृषि संबंधी तीन विधेयकों को लेकर, विपक्ष ने आरोप लगाया कि ये खेती का कारपोरेटाइज़ेशन है.
सदन की बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सांसदों ने कोरोना वायरस से बचाव के साथ साथ कर्तव्य का रास्ता चुना है इसके लिए वो बधाई के पात्र हैं. उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक सत्र बताते हुए कहा कि पहली बार संसद का समय बदलना पड़ा है. साप्ताहिक अवकाश कैंसिल कर दिया गया. लेकिन, सभी सांसदों ने इन बदलावों को स्वीकार किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस तरह देश के जवान सीमा की रक्षा का कर्तव्य निभाने के लिए डटे हैं उसी तरह सांसद भी अपने कर्तव्य का निर्वाह करने के लिए सदन में इकट्ठे हुए हैं.
विपक्ष ने एक बार फिर प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए सरकार पर निशाना साधा. तो, सरकार की ओर से बताया गया कि इससे पहले चार बार संसद में प्रश्नकाल स्थगित किए गए हैं. 1962 में चीन के आक्रमण के कारण प्रश्नकाल स्थगित किया गया. तो 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के कारण शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया था. 1975 में जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में आपातकाल लगाया गया था तो भी आपातकाल के प्रस्ताव को मंज़ूरी देने के लिए प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया था. इंदिरा गांधी के राज में ही 1976 में 44वें संविधान संशोधन को संसद से मंज़ूर कराने का प्रस्ताव लाए जाने पर प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया था.
मानसून सत्र के पहले दिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, कन्याकुमारी के सांसद श्री एच. वसंत कुमा, विख्यात गायक पं. जसराज और दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके अलावा संसद ने कोरोना वॉरियर्स को भी सलाम किया.
सभा ने देश की एकता-अखंडता की रक्षा में वीरगति को प्राप्त सशस्त्र सेना, अर्धसैनिक बलों के वीर सैनिकों व पुलिस बल के बहादुर जवानों को भी नमन किया। कर्तव्य पथ पर बलिदान देने वाले कोरोना योद्धा, डॉक्टर्स, चिकित्साकर्मियों, सफाइकर्मियों, पुलिसकर्मियों व स्वयंसेवकों का भी स्मरण किया। pic.twitter.com/Xh03ysIUiQ
— Lok Sabha Speaker (@loksabhaspeaker) September 14, 2020
संसद के मॉनसून सत्र में पहली बार सांसदों ने ऐप के ज़रिए अपनी हाज़िरी लगाई.
The digitalisation of operations at the Parliament demonstrates India's capable and efficient response to the current pandemic. #MonsoonSession2020 https://t.co/dj47jUdjsc
— Om Birla (@ombirlakota) September 14, 2020
पहले दिन सदन की बैठक शुरू होने से पूर्व लोकसभा स्पीकर की ओर से कोरोना किट सांसदों को भेंट की गई. जिसमें मास्क, दस्ताने के अलावा इम्युनिटी बढ़ाने वाली चाय के पैकेट थे. कार्यवाही शुरू होने से पहले हुए सांसदों के कोरोना टेस्ट में 17 सांसद पॉज़िटिव पाए गए थे.
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