बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मंगलवार देर शाम उम्मीदावारों की पहली सूची जारी कर दी. इस सूची में 27 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. ये सभी नाम उन सीटों के लिए हैं, जहां पहले चरण में मतदान होना है. हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाली पूर्व शूटर श्रेयसी सिंह को जमुई से टिकट दिया गया है.
गया से मंत्री प्रेम कुमार और भभुआ से रिंकी पांडेय भाजपा की ओर से मैदान में हैं. बीजेपी ने कहलगांव विधानसभा सीट से पवन कुमार यादव को टिकट दिया है. बांका सीट से राम नारायण मंडल, कटोरिया से निकी हेम्ब्रम, मुंगेर से प्रणव कुमार यादव, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, बाढ़ से ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ज्ञानु, बिक्रम से अतुल कुमार, आरा से अमरेंद्र प्रताप सिंह को पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा है. बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा.
भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने 27 प्रत्याशियों की सूची जारी की। हम इन सभी के विजयी होने की कामना करते हैं ताकि प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के आत्मनिर्भर बिहार बनाने के सपने को पूरा करने में पूरे जो़र से लगा जा सके।
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) October 6, 2020
विजयी भव! pic.twitter.com/sM1tNBT5p4
सीटों के बंटवारे से पहले बीजेपी और जेडीयू में काफ़ी लंबी बहस चली थी. कई दौर की बातचीत भी हुई थी लेकिन इस बार बीजेपी ने नीतीश के आगे झुकने से साफ़ इनकार कर दिया था. जेडीयू बीजेपी की कई परंपरागत सीटों पर भी अपना दावा ठोंक रही थी लेकिन अंत में नीतीश को अपनी जिद छोड़न पड़ी. अब 283 सीटों में से 115 सीटों पर जेडीयू अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि मांझी की हम पार्टी को जेडीयू के ही खाते से 7 सीटें दी गई हैं.
भाजपा के खाते में 121 सीटें आई हैं. बीजेपी की सीटों में वीआईपी की भी हिस्सेदारी होगी. हालांकि वीआईपी से साथ अभी बीजेपी की सीट बंटवारे को लेकर बात चल रही है. जबकि एलजेपी अकेले अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरेगी. एनडीए ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही प्रदेश में गठबंधन का नेता बनाया है.
बिहार में तीन चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा. दूसरे चरण का 3 नवंबर को और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और 10 नवंबर को नतीजों का एलान होगा. कोरोना को देखते हुए चुनाव में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बूथों पर बने गोले में ही मतदाताओं को खड़ा होना होगा. लाइनें ज़्यादा लंबी नहीं होने दी जाएंगी. थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सेनेटाइज और ग्लव्स देने के लिए अलग कर्मचारी तैनात रहेंगे. प्रत्येक मतदाता को ग्लव्स लगाकर ही मतदान करना होगा.
सभी मतदान केंद्रों के एंट्री गेट पर थर्मल स्कैनर की व्यवस्था होगी. कोरोना महामारी के चलते ही चुनाव आयोग की टीम काफी पहले राज्य में तैयारियों के लिए पहुंच चुकी है. चुनाव सुचारु रुप से संपन्न हो जाए इसकी भरपूर कोशिश की जा रही है. चुनाव आयोग की तैयारियां तो पूरी हैं लेकिन जनता ने किसके सिर ताज सजाने की तैयारी की है इसका पता 10 नवंबर को आने वाले नतीजों से ही चलेगा.
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