उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में श्मशान में हुए हादसे में जिले के कमिश्नर और जिलाधिकारी को नोटिस देकर पूछा गया है कि जब सितंबर में ही 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन और निरिक्षण करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया था, तो चूक क्यों हुई? डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी कर सरकार की तरफ से यह पूछा गया है.
गाजियाबाद श्मशान हादसे पर सीएम योगी एक्शन में हैं. उन्होंने घटना के लिए ज़िम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ रासुका लगाने का आदेश दिया है. वहीं, पूरे नुक़सान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के भी निर्देश जारी किये गए हैं. इसके साथ ही ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया गया है.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि मृ्तक परिवारों को दस दस लाख की आर्थिक सहायता और इनमें आवासहीन परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया कराई जाए. आपको बता दें कि ग़ाज़ियाबाद के मुरादनगर में रविवार को श्मशान घाट की छत गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई.
यह हादसा उस समय हुआ जब एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए परिजन वहां एक छत के नीचे इकट्ठा हुए थे और उसी समय छत गिर गई. जिस समय छत गिरी तब वहां दो दर्जन से अधिक लोग वहां उपस्थित थे.
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