उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के सभी विभागों के प्रमुख सचिव से उनके विभाग में खाली चल रहे पदों का ब्यौरा मांगा है. इसके आलावा मुख्यमंत्री 21 सितम्बर से सूबे में सभी भर्ती बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे.
हमारे युवा साथियों में प्रतिभा है, क्षमता है, मेधा है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 18, 2020
वर्तमान @UPGovt सभी को बिना भेदभाव के समान अवसर उपलब्ध करा रही है।
सभी विभागों में रिक्त पदों पर चयन की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ होगी।
हमारा प्रयास है कि आगामी 6 माह में सभी विभागों में चयन प्रक्रिया को संपन्न करा लिया जाए।
उत्तर प्रदेश में युवाओ को रोज़गार देने को प्रक्रिया को सरकार ने गति देते हुए प्रदेश के सभी विभागों के सचिव से उनके यहां खाली चल रहे सभी पदों की जानकारी मांगी है. मकसद साफ़ है कि सूबे में युवाओं को सरकार नौकरी दे सके. सरकार की मंशा है कि अगले 3 महीनों में ये भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाये.
बेरोजगारी को लेकर पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में युवाओं के प्रदर्शन को भी शायद सरकार ने कहीं न कहीं नोटिस किया है और यही कारण है कि लोकभवन में बैठक के दौरान सूबे में खाली पदों पर नौकरी देने के लिए सभी डिटेल मांगी है. वहीं सीएम ने कहा है कि तीन महीनों में भर्ती प्रक्रिया हो और अगले छह महीनों में चयनित हुए अभ्यर्थियों को उनके नियुक्ति पत्र बांटे जाए.
सभी विभागों में रिक्त पदों के सापेक्ष नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के लिए विभागों को रिक्तियों के आंकड़े कल तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 18, 2020
चयन प्रक्रिया में शुचिता और पारदर्शिता हमारी नीति है और इसे प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफतौर पर कहा है कि सभी भर्तियां निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि प्रदेश में यूपी लोक सेवा आयोग एवं अन्य सरकारी भर्तियां हुई है उसी प्रकार से निष्पक्ष तरीके से इन भर्तियों को भी कराया जाए. दरअसल 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिन था लेकिन युवा व कुछ पार्टियां एवं विपक्ष इसे राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मना रहा था और ये मुद्दा सोशल मीडिया पर पूरी तरह से छाया हुआ था.
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