उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और हाथरस व बलरामपुर में महिलाओं के साथ बढ़ती क्रूरता के मामलों के चलते देश भर में विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को कहा है कि जो महिलाओं का अनादर करने की सोचेगा उसे कठोर दंड दिया जाएगा.
मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है."
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
आपको बता दें कि विपक्षी दल लगातार योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को गुरुवार को हाथरस जाते वक्त हिरासत में ले लिया गया था. इस घटना के बाद से ही योगी के इस्तीफे की मांग और तेज़ हो गई है. वहीं, शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस का एक दल गैंगरेप की शिकार मृतक दलित लड़की के परिवार वालों से मिलने के लिए हाथरस जा रहा था, लेकिन उनके साथ भी यूपी पुलिस ने धक्का-मुक्की की.
उधर, हाथरस घटना के विरोध में भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में हजारों समर्थक शुक्रवार शाम दिल्ली के जंतर मंतर में इकट्ठा हुए. इस विरोध-प्रदर्शन में सीपीएम सचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने कहा, "मैं हाथरस जाऊंगा. हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक यूपी के सीएम इस्तीफा न द दें और न्याय न मिल जाए. मैं सुप्रीम कोर्ट से अपील करता हूं कि वो इस मामले पर संज्ञान ले."
वहीं, सीताराम येचुरी ने कहा, "यूपी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना ही चाहिए."
उधर, योगी सरकार की आलोचना करते हुए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सीएम के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा, "मैं केंद्र सरकार से निवेदन करती हूं कि उन्हें उनकी वास्तविक जगह गोरखनाथ मठ भेज दिया जाए. अगर उन्हें वहां का मंदिर पसंद नहीं तो उन्हें राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी दे देनी चाहिए." इसी के साथ मायावती ने यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
इस बीच दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले में प्रार्थना सभा रखी गई. इस प्रार्थना सभा को वाल्मीकि समाज के अलग-अलग संगठनों ने आयोजित किया था, जिसमें प्रियंका गांधी ने पीड़िता को श्रंद्धाजलि दी. इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, "इस देश में हर एक महिला की आवाज उठनी चाहिए, पीड़िता के साथ पहले जो हुआ और उसके बाद जो हुआ, सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं की गई. परिवार इस वक्त अकेला महसूस कर रहा है. मैं यहां इसलिए आई हूं कि परिवार को ये न लगे कि वो अकेले हैं."
उन्होंने कहा, "आप सभी आवाज उठाइये, सरकार पर नैतिक दबाब डालें. हमारे देश की परंपरा नहीं कि परिवार के बिना अंतिम संस्कार कर दिया जाए. सूरज डूबने के बाद अंतिम संस्कार नहीं होता. हम सब चुप रहें, ऐसा नहीं हो सकता. हम यहां इसलिए आए कि पीड़िता को न्याय दिलवा पाएं. जब तक न्याय नहीं होगा, हम रुकेंगे नहीं."
गौरतलब है कि 14 सितंबर को यूपी के हाथरस में अगढ़ी जाति के कुछ लोगों ने 20 साल की दलित लड़की के साथ तथाकथित रूप से गैंगरेप किया. शुरुआत में लड़की का इलाज अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किया गया. इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. आरोप है कि हाथरस पुलिस ने आनन-फानन में परिवार की मंजूरी लिए बिना ढाई बजे रात को ही पीड़ित लड़की का पोस्टमॉर्टम कर दिया.
वहीं, 30 सितंबर को यूपी के बलरामपुर में हाथरस जैसे ही घिनौने कांड को अंजाम दिया गया, जहां आरोपियों ने लड़की को जबरन कार में बैठाकर तथाकथित रूप से उसका रेप किया. यही नहीं बलात्कार के बाद आरोपियों ने लड़की को रिक्शे में बैठाकर घर भेज दिया. इसके बाद घरवाले लड़की को स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां से उसे इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया. पीड़ित लड़की की अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही मौत हो गई.
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