रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को संसद में कहा कि भारत का मुख्य मकसद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शांति कायम करना है. भारत और चीन के बीच गतिरोध पर राजनाथ सिंह ने कहा कि पैंगोंग क्षेत्र में चीन के साथ सेना हटाने की योजना पर काम जारी है. उन्होंने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में कुछ नहीं खोया है. आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को चीन ने दोनों देशों के बीच तनाव कम होने और सेनाओं के पीछे हटाने पर सहमति बनने का दावा किया था. इसको लेकर कांग्रेस ने सदन में सवाल पूछा था और रक्षामंत्री उसी पर जवाब दे रहे थे.
राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन से लगातार बातचीत के बाद अब दोनों देशों की सेना पीछे हटने को तैयार है.
Making a statement in Rajya Sabha on ‘Present Situation in Eastern Ladakh’. Watch https://t.co/FeTXeH7UPI
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 11, 2021
रक्षा मंत्री के मुताबिक, "पेंगोग लेक क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटाने का जो समझौता हुआ है, उसके अनुसार दोनों पक्ष LAC पर आगे की सैन्य तैनाती को पीछे हटाएंगे. मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस बातचीत में हमने कुछ भी खोया नहीं है. सदन को यह जानकारी भी देना चाहता हूं कि अभी भी एलएसी पर गश्त करने के बारे में कुछ मुद्दे बचे हैं. आगे की बातचीत में इन मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान रहेगा."
राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि बातचीत के लिए हमारी रणनीति पूरी तरह से स्पष्ट है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्देश भी है कि हम अपनी एक इंच जमीन भी किसी और को नहीं लेने देंगे.
उन्होंने कहा, ''भारतीय सेनाएं अत्यंत बहादुरी से लद्दाख की ऊंची दुर्गम पहाडि़यों और कई मीटर बर्फ के बीच में भी सीमाओं की रक्षा करते हुए अडिग हैं. इसी कारण हमारा दबदबा बना हुआ है. हमारी सेनाओं ने इस बार भी यह साबित करके दिखाया है कि भारत की संप्रभुता एवं अखंडता की रक्षा करने में वे सदैव हर चुनौती से लड़ने के लिए तत्पर हैं."
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यह भी बताया कि जब दोनों सेनाएं पूरी तरह से हट जाएंगी, उसके बाद भी 48 घंटे के भीतर दोनों देशों के बीच बैठक होगी. चीन अपनी सेना की टुकड़ी को नॉर्थ बैंक में फिंगर 8 के पूर्व में रखेगा, भारत फिंगर 3 के पास अपने परमानेंट बेस पर रखेगा. ऐसा ही तरीका साउथ बैंक के पास अपनाया जाएगा.
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख इलाके में पिछले साल मार्च से विवाद शुरू हुआ था. तब पूर्वी लद्दाख इलाके में चीनी सेना ने घुसपैठ कर LAC पार कर ली थी. इसके बाद चीन ने पीछे हटने से मना कर दिया और फिर दोनों सेनाओं मे विवाद बढ़ गया. जून 2020 में भारत-चीन के बीच सीमा पर हुए संघर्ष में 20 जवान शहीद हो गए. इसके बाद कई दौरा की बातचीत हुई, लेकिन सब बेनतीजा रही. हालांकि, अब समझौते का ऐलान हो गया है.
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