देश में पहली ड्राइवरलेस मेट्रो शुरू हो चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आज दिल्ली मेट्रो की इस सेवा की शुरुआत की. पीएम मोदी ने कहा कि देश में 2025 तक करीब 25 शहरों में मेट्रो चलाने का प्लान है. बता दें कि यह ड्राइवरलेस ट्रेन मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम और बॉटेनिकल गार्डन स्टेशनों को कनेक्ट करती है.
आप सोच रहे होंगे कि आखिरी बिना ड्राइवर के ट्रेन चलेगी कैसे? बता दें कि चालक रहित ट्रेन ऑपरेशन (डीटीओ) मोड के जरिए चलेगी. इस मोड में, गाड़ियों को डीएमआरसी के तीन कमांड सेंटरों से पूरी तरह से नियंत्रित किया जाएगा. इसमें किसी भी प्रकार का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा. संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीबीटीसी) सिग्नलिंग तकनीक से ट्रेनों को चलाया जाएगा. कमांड सेंटरों पर ट्रेन के उपकरणों की निगरानी रियल टाइम में की जाएगी.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के मुताबिक, ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन एक जैसी रफ्तार से चल पाएगी. इनकी टॉप स्पीड 95 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और ये पटरी पर 85 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी. DMRC के मुताबिक, ये ट्रेन कम पावर खाएंगी.
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ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन के स्टार्ट, स्टॉप और डोर ओपन-क्लोज करने में किसी भी ड्राइवर के मौजूद रहने की जरूरत नहीं है. इमरजेंसी सर्विस समेत हर तरह के ऑपरेशन को रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट किया जा सकता है. 50 मीटर दूर ट्रैक पर कोई वस्तु है तो इसमें ब्रेक लग जाएगा. यानी पहले से सुरक्षित होगी.
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