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UP में बेरोजगार भटकने को मजबूर हुए 4,000 उर्दू शिक्षक, देखें वीडियो..

Archit Gupta

लखनऊ 21 Oct, 2020 07:55 pm

यूपी में 4,000 उर्दू शिक्षक बेरोजगार भटकने को मजबूर हैं. सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार ने उर्दू शिक्षक भर्ती को रद्द कर दिया था, जिसके कारण उर्दू शिक्षक बेरोजगार हो गए. उर्दू शिक्षकों की मांग है कि सरकार उनकी भर्ती को बहाल कर उन्हें नियुक्ति प्रदान करे. कोरोना काल से पहले इन शिक्षकों ने लखनऊ में कई बार प्रदर्शन किया. वहीं, कोरोना काल में अब ये सभी उम्मीदवार काफी समय से ट्विटर पर एक्टिव हैं और रोज सरकार के मंत्रियों को ट्वीट कर भर्ती को बहाल करने की अपील कर रहे हैं.

ट्विटर पर उर्दू भर्ती के उम्मीदवार नौशाद अहमद ट्वीट कर लिखते हैं, ''राहुल गांधी हमारी मदद करें, उर्दू शिक्षक भर्ती की आवाज उठाएं सर. हम बहुत परेशान हैं, हमारी मदद करो सर प्लीज हेल्प सर जी.''

इस भर्ती की उम्मीदवार अजाज फातमा ट्वीट कर लिखती हैं, ''माननीय मुख्यमंत्री जी #urdu4000bharti पूरी करो, आपके सदा आभारी रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट से अपील वापिस ले लो आपकी अति कृपा होगी धन्यवाद..''

एक अन्य उम्मीदवार खजाला खातून ट्वीट कर लिखती हैं, ''@Architguptajii देखें योगी जी
अन्य राज्यों में उर्दू का भविष्य उज्जवल है वहीं @UPGovt ने #urdu4000bharti के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में अपील की है.''

क्या है पूरा मामला
दिसंबर 2016 को 4000 उर्दू भर्ती का शासनादेश जारी किया हुआ.  इस भर्ती के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हुई.  22 मार्च 2017 को आवेदनकर्ताओं की काउंसलिंग हुई. काउंसलिंग के बाद इन उम्मीदवारों को नियुक्ति की जानी थी, मगर नियुक्ति की जगह 23 मार्च 2017 को बिना किसी उचित कारण के भर्ती प्रक्रिया पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई. इसके बाद उम्मीदवार इलाहाबाद हाईकोर्ट गए. सिंगल बेंच ने 3/ 11 /2017 को सरकार को आदेश दिया कि वह भर्ती को 2 महीने के अंदर पूरा करें. लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार ने इस भर्ती को पूरा नहीं किया.

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अयुब खान कहते हैं, ''इसी बीच सरकार सिंगल बेंच के आदेश के खिलाफ डबल बेंच पहुंच गई जिस पर 12/ 4/ 2018 को आदेश आया. कोर्ट ने फिर से सरकार को 2 महीने में भर्ती को पूरा करने का आदेश दिया. फिर सरकार ने डबल बेंच के आदेश को चुनौती देते हुए रिव्यू पिटिशन दाखिल की जिसमें तारीख 25/3/2019 को आदेश हुआ कि सिंगल बेंच के आदेश को ही बहाल रखा जाए अतः भर्ती प्रक्रिया को 2 माह में पूर्ण किया जाए. अंत में जब अवमानना में सरकार फंसती नजर आई तो हम उम्मीदवारों को सुप्रीम कोर्ट खींच लाई.''

VIDEO: क्यों बेरोजगार भटकने को मजबूर हुए 4,000 उर्दू शिक्षक?

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