प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया सर्कुलर इकॉनमी हैकथॉन (India Australia Circular Economy Hackathon) यानी कि I-ACE की अवार्ड सेरेमनी को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कहा कि सर्कुलर इकॉनमी (चक्रीय अर्थव्यवस्था) हमारी कई समस्याओं को हल करने में सहायक हो सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने संसाधन दक्षता में सुधार पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद विश्व को आकार देने में भारत-ऑस्ट्रेलिया की मजबूत भागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. उनके मुताबिक हमारे युवा, इनोवेटर्स, स्टार्टअप, इस साझेदारी में सबसे आगे होंगे.
Speaking at the India-Australia Circular Economy Hackathon Award Ceremony. https://t.co/nM1wYCQNQg
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के प्रतिभागी युवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा, "आज के युवा प्रतिभागियों की ऊर्जा और उत्साह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ती साझेदारी का प्रतीक हैं. मुझे अपने युवाओं की ऊर्जा, रचनात्मकता और ऑउट ऑफ बॉक्स सोच पर पूरा भरोसा है. वे हमारे दो देशों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को स्थाई समाधान दे सकते हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस हैकाथॉन ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के अभिनव समाधानों को देखा. ये इनोवेशन (नवाचार) हमारे देशों को सकुर्लर इकोनॉमी समाधानों के लिए प्रेरित करेंगे. अब हमें इन विचारों को धरातल पर उतारने का विचार करना चाहिए."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सर्कुलर अर्थव्यवस्था की अवधारणा हमारी कई समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण कदम हो सकती है. रीसाइक्लिंग, कचरे को खत्म करना और संसाधन दक्षता में सुधार करना हमारी जीवनशैली का हिस्सा बनना चाहिए."
आपको बता दें कि 4 जून 2020 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों ने बाचतीत के दौरान दोनों देशों में चक्रीय अर्थव्यवस्था (सर्कुलर इकॉनमी) को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों की आवश्यकता जताई थी. जिसके बाद आयोजित हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया सर्कुलर इकॉनमी हैकथॉन में बढ़चढ़ कर युवाओं ने भाग लिया.
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