ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Jonhson) 2021 के गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मुख्य अतिथि हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को टेलिफोन पर जॉनसन से बातचीत की थी और इसी दौरान उन्हें औपचारिक रूप से आमंत्रित भी किया गया. वहीं, जॉनसन ने पीएम मोदी को अगले साल ब्रिटेन में होने वाली जी-7 (G-7) बैठक के लिए आमंत्रित किया है. आपको बता दें कि इससे पहले आखिरी बार 1993 में ब्रिटेन के पीएम को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था.
वहीं, ब्रिटेन की तरफ से कहा गया है कि जॉनसन भारत आने के लिए काफी उत्सुक हैं, हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने अपने ब्रिटिश समकक्ष को भारत आने का निमंत्रण दिया था.
हालांकि नई दिल्ली ने इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ नहीं कहा है, राजनयिकों को लगता है कि यह पीएम मोदी की एक अच्छी तरह से सोची-समझी रणनीति है, ताकि उनके ब्रिटेन के समकक्ष जो बाइडन प्रशासन वाले अमेरिका के भारत के साथ संबंधों को लेकर असहज न हो सकें. 27 नवंबर के अपने ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा था, "अगले दशक में भारत-ब्रिटेन संबंधों के महत्वाकांक्षी रोड-मैप पर अपने मित्र यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ एक उत्कृष्ट चर्चा की. हम सभी क्षेत्रों में हमारे सहयोग में एक क्वांटम लीप के साथ- व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और लड़ाई लड़ने के लिए सहमत हुए हैं."
Had an excellent discussion with my friend, UK PM @BorisJohnson on an ambitious roadmap for India-UK ties in the next decade. We agreed to work towards a quantum leap in our cooperation in all areas - trade & investment, defence & security, climate change, and fighting Covid-19.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 27, 2020
वहीं, लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट की तरफ से कहा गया था कि जॉनसन ने दोहराया कि वर्ष 2021 ब्रिटेन-भारत संबंधों के लिये महत्वपूर्ण है और उन्होंने हिंद प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन की प्रतिबद्धता पर फिर जोर दिया. ब्रिटेन अगले वर्ष विमान वाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को इस क्षेत्र में पहली बार तैनात करने जा रहा है.
दोनों नेताओं ने ब्रिटेन और भारत द्वारा व्यापार, जलवायु परिवर्तन, रक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिलकर किए जा रहे कामों पर चर्चा की थी और जॉनसन ने कहा था कि 2021 ब्रिटेन-भारत रिश्तों को और गहरा व मजबूत बनाने का वर्ष है.
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