Nagrota Encounter: विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के नगरोटा (Nagrota) में गुरुवार को सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराए गए चार आतंकवादियों को लेकर दिल्ली में पाकिस्तान उच्च आयोग के अधिकारी को तलब किया है. सूत्रों के मुताबिक, "जैश-ए-मोहम्मद द्वारा आतंकी हमले की साजिश रचने को लेकर भारत ने पाकिस्तान के सामने कड़ी आपत्ति जताते हुए मांग की है कि वो अपनी जमीन से आतंकवादियों को समर्थन देना बंद करे. भारती सरकार अडिग है और अपने राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए दृढं संकल्प है."
इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीषण तबाही और विध्वंस को रोकने के लिए जवानों को बधाई दी. इस बाबत ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा था, "पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 4 आतंकवादियों का एनकाउंटर और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी यह संकेत देती है कि साजिश को एक बार फिर विफल कर दिया गया है."
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार (NSA) अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रिंगला और इंटेलिजेंस के आला अधिकारियों के साथ नगरोटा एनकाउंटर को लेकर रिव्यू मीटिंग की. बताया जा रहा है कि आतंकवादी 26/11 की बरसी पर किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे.
पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "हमारे सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और पेशेवर तरीका प्रदर्शित किया. उनकी सतर्कता के कारण, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर के लोकतांत्रिक प्रयासों को खत्म करने के एक नापाक साजिश को हराया है."
गौरतलब है कि जम्मू जिले के नगरोटा इलाके में टोल प्लाजा के पास आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गुरुवार तड़के मुठभेड़ हुई. एनकाउंटर तीन घंटे तक चला, जिसमें सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया. जम्मू जोन के आईजी मुकेश सिंह के मुताबिक बरामद सामान से संकेत मिले हैं कि आतंकी किसी बड़ी साजिश की फिराक में थे. पुलिस इस आशंका से भी इंकार नहीं करती कि उनके निशाने पर जम्मू-कश्मीर के डीडीसी चुनाव थे.
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