कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के खिलाफ आधिकारिक रूप से दो वैक्सीनों को आपाताकलीन मंजूरी देने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने वाला है.
राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने वर्चुअल माध्यम से कहा, "पूरा देश सभी वैज्ञानिकों और तक्नीशियनों के प्रति कृतज्ञ है."
Speaking at the National Metrology Conclave. https://t.co/ligrXunTTP
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2021
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 'नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल' और 'भारतीय निर्देशक द्रव्य' राष्ट्र को समर्पित किया और नेशनल एनवायरमेंटल स्टैंडर्ड लैबोरेट्री की भी आधारशिला रखी.
मेकइ इंन इंडिया पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हम दुनिया को भारतीय उत्पादों से भरना नहीं चाहते हैं, लेकिन हम दुनिया के हर कोने में भारतीय उत्पादों के सभी ग्राहकों का दिल जीतना चाहते हैं. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि मेड इन इंडिया की वैश्विक मांग और स्वीकृति हो."
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में दुनिया के टॉप 50 देशों में पहुंच गया है. देश में आज बेसिक रिसर्च पर भी जोर दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, "हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर हो या प्राइवेट. प्रोटक्ट्स की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या प्राइवेट. हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी बढ़े."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे. हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नई स्टैंडर्डस और न्यू बेंचमार्कस स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ना ही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा, "आज का भारत पर्यावरण की दिशा में दुनिया का नेतृत्व करने की दिशा में बढ़ा रहा है. लेकिन एयर क्वालिटी और इमिशन की मापने की तकनीक से लेकर टूल्स तक हम दूसरों पर निर्भर रहे हैं. आज इसमें भी आत्मनिर्भरता के लिए हमने बड़ा कदम उठाया है."
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