कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में भारत, दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है. शुक्रवार को 76 हज़ार 472 नए केस सामने आने के बाद भारत में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 34 लाख के पार हो गई है.
कोरोना के संक्रमण के मामले में भारत अब मेक्सिको से भी आगे निकल गया है.
भारत में कोरोना से अभी तक 62550 लोगों की मौत हो चुकी है. 7,52,424 लोग अभी भी इस महामारी की चपेट में हैं. #COVID19 #CoronaVirusUpdates #TheLastBreaking https://t.co/vqMCy9tsgx
— The Last Breaking (@thelastbreaking) August 29, 2020
सरकार के मुताबिक़, शनिवार सुबह तक कोरोना वायरस भारत में 34 लाख, 63 हज़ार और 973 लोगों को संक्रमित कर चुका है. हालांकि, इस समय संक्रमित लोगों की कुल संख्या 26 लाख, 48 हज़ार 999 है. जबकि, इस वायरस के कारण अब तक भारत में 62 हज़ार 550 लोगों की जान जा चुकी है.
जहां तक इस वायरस से मौत की बात है, तो भारत में इसके शिकार होने वालों की संख्या बढ़ रही है. शुक्रवार को ही, कोविड-19 के कारण 1015 लोगों की जान गई. अब इस मामले में भारत केवल अमेरिका और ब्राज़ील से ही पीछे रह गया है. अमेरिका में ये महामारी क़रीब एक लाख छियासी हज़ार लोगों की जान ले चुकी है. तो ब्राज़ील में कोविड-19 से मरने वालों की तादाद एक लाख बीस हज़ार तक पहुंच गई है.
राहत की बात बस यही है कि भारत में इसम संक्रमण की दर महज़र 1.8 प्रतिशत है, जो कोरोना वायरस से संक्रमित दुनिया के टॉप तीन देशों में सबसे कम है.
पर, इसके उलट मरने वालों की संख्या भारत में तेज़ी से बढ़ रही है. शुक्रवार को लगातार तीसरा दिन था, जब इस वायरस से एक हज़ार से अधिक लोगों की जान गई. इसके अलावा भारत में संक्रमण की रफ़्तार भी बाक़ी देशों से ज़्यादा है.
जबकि, भारत में इस महामारी की वैक्सीन का ट्रायल अभी शुरू ही हुआ है. यानी कोरोना वायरस से भारत की जंग अभी बेहद महत्वपूर्ण मोड़ पर है. क्योंकि तेज़ी से गिरती हुई अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए देश को अनलॉक भी करना है और वायरस के संक्रमण की रफ़्तार भी कम करनी है.
जानकार लगातार ये कह रहे हैं कि लंबे लॉकडाउन के चलते भारत की अर्थव्यवस्था बेहद बुरी स्थिति में पहुंच चुकी है. इस साल विकास दर नेगेटिव रहने की चेतावनी वित्त मंत्री से लेकर रिज़र्व बैंक के गवर्नर तक दे चुके हैं.
मगर, अर्थव्यवस्था को खोलने के चलते, भारत में संक्रमण की रफ़्तार इतनी तेज़ी से बढ़ी है कि इससे लड़ने के संसाधन कम पड़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जहां पहले लोगों को संक्रमित होने पर सरकारी केंद्रों में रखा जा रहा था, वहां अब उन्हें घर में ही रहने की सलाह दी जा रही है.
इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे राज्य अपने अपने स्तर पर लॉकडाउन का दायरा बढ़ा रहे हैं. यूपी में वीकेंड पर पूरी तरह लॉकडाउन लगा रहता है.
इसलिए, यानी कोरोना वायरस से जंग और अर्थव्यवस्था को रफ़्तार देने की दोहरी चुनौती से एक साथ निपट पाना भारत के लिए मुश्किल हो रहा है.
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