रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में माछिल सेक्टर में एलओसी के पास सेना ने पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है. ऑपरेशन में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है लेकिन साथ ही मुठभेड़ में सेना के तीन जवानों के शहीद होने की भी खबर है. शहीद होने वालों में सेना के दो जवान और एक जवान बीएसएफ का है. सुरक्षाबलों को मौके से एके-47 राइफल और दो बैग मिले हैं. सेना का कहना है कि आतंकियों के खिलाफ अभी ऑपरेशन जारी है और इलाके में सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है.
श्रीनगर में रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि सुरक्षाबलों ने 7-8 नवंबर की रात सीमा पर घुसपैठ की कोशिश की थी जिसे सेना ने नाकाम कर दिया है. रक्षा प्रवक्ता का कहना है कि रात करीब 1 बजे बीएसएफ की पैट्रोलिंग यूनिट को एलओसी से करीब साढ़े 3 किलोमीटर दूर घुसपैठ रोकने के लिए लगाई गई बाड़ के पास कुछ संदिग्ध गतिविधि नजर आई. जवानों ने घुसपैठियों को वहीं रुकने को कहा तो उन्होंने जवानों पर गोलियां बरसानी शुरु कर दीं. सुबह करीब 4 बजे गोलीबारी बंद हो गई. इसके बाद और जवानों को भेज कर इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरु किया गया. इस दौरान सर्विलांस डिवाइस से इलाके में कुछ आतंकियों की मौजूदगी का पता चला. इसके बाद सुबह करीब साढ़े दस बजे एलओसी से करीब डेढ़ मीटर दूर फिर से मुठभेड़ शुरु हुई. इस मुठभेड़ में दो आतंकी तो मारे गए साथ ही सेना के तीन जवान भी शहीद हो गए और 2 अन्य जवान घायल हो गए. घायलों को मौक़े से निकाल कर इलाज शुरु करा दिया गया है लेकिन मुठभेड़ अभी भी जारी है.
खुफिया और सुरक्षा बल के सीनियर अफसरों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में भारी सर्दियों में बर्फबारी होने से पहले आतंकियों की घुसपैठ की घटनाएं बढ़ गई हैं. ज़्यादा सर्दी और बर्फबारी होने के बाद घाटी पार करना मुश्किल हो जाता है.
घाटी में लगातार आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है. हफ्ताभर पहले ही CRPF और पुलिस ने श्रीनगर में हिजबुल के टॉप कमांडर सैफुल्ला को ढेर कर दिया था. इस दौरान उसके साथी को गिरफ्तार किया गया था. मौजूदा वक्त में कश्मीर में एक्टिव आतंकवादियों में सैफुल्ला मोस्ट वांटेड था. उस पर बीजेपी के तीन युवा नेताओं की हत्या का भी आरोप था. इसके अलावा शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के पांपोर में एक आतंकी को ढेर कर दिया गया था. इस दौरान एक स्थानीय आतंकी ने सरेंडर भी किया था.
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