जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर, अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे. क़रीब पांच दिन चले सस्पेंस के बाद आख़िरकार उन्होंने, मौजूदा राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को इलेक्टोरल कॉलेज के मुक़ाबले में पछाड़ दिया. पिछले दो दिनों से जो बाइडेन, 253 इलेक्टोरल कॉलेज वोट पर अटके हुए थे. वहीं, डॉनल्ड ट्रंप 214 वोटों के साथ उनसे पहले ही काफ़ी पीछे थे. लेकिन, जो बाइडेन के जन्मस्थान स्क्रैंटन वाले राज्य, पेन्सिल्वेनिया में वोटों की गिनती पूरी होने के बाद उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया. जिसके बाद, उनके इलेक्टोरल कॉलेज वोट की संख्या 273 हो गई. जो राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए ज़रूरी 270 वोट से ज़्यादा है.
Major US media outlets declare Joe Biden as winner of the November 3 presidential elections
— Press Trust of India (@PTI_News) November 7, 2020
अमेरिका में राष्ट्रपति, सीनेट और हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव्स के लिए मतदान 3 नवंबर को हुए थे. आम तौर पर चुनाव वाली रात को ही ये साफ़ हो जाता है कि किसने चुनाव जीता. लेकिन, इस बार प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप और एक्स वाइस प्रेसिडेंट जो बाइडेन के बीच कांटे की टक्कर थी.
44 राज्यों में तो वोटों की गिनती पूरी हो गई थी. लेकिन, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, एरिज़ोना, पेन्सिल्वेनिया, नॉर्थ कैरोलाइना और अलास्का में वोटों की गिनती का काम पिछले कई दिनों से जारी था. काउंटिंग में देरी की एक वजह ये भी थी कि इस बार अमेरिका में क़रीब दस करोड़ लोगों ने मेल-इन यानी पोस्टल बैलट के ज़रिए वोट डाले थे. जो पोलिंग बूथ पर जाकर मतदान करने वालों से ज़्यादा संख्या थी. कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस बार बहुत से अमेरिकी राज्यों ने मेल-इन बैलट की सुविधा को बढ़ा दिया था. ख़ुद डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडेन और एक्स प्रेसिडेंट बराक ओबामा लोगों से लगातार ये अपील करते रहे थे कि कोविड-19 से सावधानी ज़रूरी है. ऐसे में लोग पहले ही पोस्टल बैलट के ज़रिए अपना मत डाल दें.
ज़्यादातर राज्यों में पोस्टल बैलट की गिनती मतदान केंद्रों पर पड़े वोट गिनने के बाद शुरू की गई. ये पोस्टल बैलट, काउंटिंग सेंटर पहुंचने में देर भी हुई. इसी कारण से चुनाव के नतीजे आने में काफ़ी समय लगा था.
शुरुआत में डॉनल्ड ट्रंप, जो बाइडेन से आगे चल रहे थे. पेन्सिल्वेनिया, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलाइना, अलास्का और नेवाडा में ट्रंप, बाइडेन से आगे थे. लेकिन, जैसे जैसे पोस्टल बैलट की गिनती शुरू हुई. बाइडेन ने एक के बाद एक राज्य में ट्रंप पर बढ़त बनानी शुरू की.
डॉनल्ड ट्रंप ने 3 नवंबर की रात ही अपनी जीत का दावा करते हुए वोटों की गिनती रोकने की मांग की थी. लेकिन, राज्यों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
ट्रंप की टीम ने पोस्टल बैलट की गिनती रोकने के लिए कई राज्यों में कोर्ट की मदद भी ली. लेकिन, फिलहाल तो ट्रंप की ये रणनीति भी बाइडेन के विजय रथ को रोकने में असफल रही. और पेन्सिल्वेनिया में बढ़त बनाने के साथ ही, बाइडेन को अमेरिकी न्यूज़ चैनल और एजेंसियों ने इस बार के चुनाव का विजेता घोषित कर दिया है.
77 बरस के जो बाइडेन, 2009 से 2017 तक बराक ओबामा के शासन काल में उप राष्ट्रपति रहे थे. और अब वो अमेरिका के सबसे उम्रदराज़ राष्ट्रपतियों में से एक होंगे.
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