महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिव सेना (Shiv Sena) ने शनिवार को बीजेपी (BJP) पर निशाना साधते हुए रिपब्लिक टीवी (Republic Tv) के संपादक अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) की गिरफ्तारी पर मचे शोर-शराबे की तुलना अमेरिकी चुनाव के परिणामों पर आई डोनाल्ड ट्ंप (Donald Trump) की प्रतिक्रिया से की है.
शिव सेना ने अपने मुखपत्र सामना (Saamana) के संपादकीय में लिखा है कि हार की कगार पर खड़े ट्रंप की प्रतिक्रिया उनके उस पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है जिस पर वह काबिज थे.
अर्नब गोस्वामी का नाम लिए बिना शिव सेना ने लिखा, "ट्रंप की गतिविधियों जिनमें फर्जी खबरें फैलाना, वोटों की गिनती को रोकने की मांग करना और कोर्ट जाना कानून और अमेरिका की गरिमा के खिलाफ है. महाराष्ट्र में बीजेपी नेता सुसाइड केस के संदिग्ध आरोपी की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं."
आपको बता दें कि बीजेपी का आरोप है कि रायगढ़ पुलिस द्वारा साल 2018 के मामले में अर्नब की गिरफ्तारी राजनीतिक रूप से प्रेरित और प्रेस की आजादी को कुचलने के लिए की गई है.
शिव सेना के संपादकीय मुताबिक, "जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब गुजरात दंगों से जुड़े कई मामलों में अमित शाह (गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री) समेत बीजेपी नेताओं का ट्रायल हुआ. वे सब कानून के मुताबिक रिहा हुए, लेकिन तब बीजेपी ने यह नहीं कहा कि ट्रायल राजनीतिक रूप से प्रेरित या प्रतिशोध की भावना से किया गया है."
इसी के साथ शिव सेना ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी अनवय नाइक के परिवार की छवि को खराब कर रही है. आपको बता दें कि मुंबई पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक इंटीरियर डिजाइनर अनवय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक मई 2018 में मृत पाए गए थे. सुसाइड नोट के अनुसार अनवय और उनकी मां अपनी जिंदगी खत्म करने पर इसलिए मजबूर हुए क्योंकि अर्नब और दो अन्य लोग फिरोज शेख और नितेश सारदा ने उनके 5 करोड़ 40 लाख रुपये नहीं लौटाए.
1975 में इमरजेंसी लगाने वालीं इंदिरा गांधी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पोस्ट लगवाने पर शिव सेना ने अपने संपादकीय में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री से तुलना गौरव की बात है.
संपादकीय के मुताबिक, "दिल्ली में लोगों को इमरजेंसी की याद दिलाने के लिए इंदिरा गांधी के साथ उद्धव ठाकरे के पोस्ट लगवाने वाली बीजेपी का दिमाग खराब हो गया है. यह न सिर्फ बचकाना, बल्कि अनाड़ीपन भी है. इंदिरा गांधी से तुलना गर्व का विषय है."
संपादकीय में कहा गया है, "आयरन लेडी ने 1971 में पाकिस्तान को बांटकर हमारे देश के बंटवारे का बदला लिया था."
आपको बता दें कि एनसीपी के अलावा कांग्रेस महाराष्ट्र में सेना नीत महा विकास अगड़ी (MVA) गठबंधन सरकार का हिस्सा है. इसी के साथ शिव सेना ने अर्नब गोस्वामी की रिहाई तक बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा काली पट्टी बांधने के फैसले पर भी कटाक्ष किया.
संपादकीय के मुताबिक, "अच्छी बात यह है कि वह विरोध के तौर पर जेल भरो और अनशन नहीं कर रहे हैं."
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